त्रिवेंद्र को ग्रीन सिग्नल: न CM बदलेगा, न विधायक दल की बैठक होगी
रैबार डेस्क: उत्तराखंड (Uttarakhand Political drama) में सियासी तूफान लाने वालों को फिलहाल मायूसी हाथ लगती दिख रही है। शनिवार से राज्य में गरमाये सियासी माहौल को केंद्रीय नेतृत्व ने फिलहाल ठंडा करने के संकेत दिए हैं। यानी राज्य में फिलहाल न तो कोई नेतृत्व परिवर्तन (No CM Change) होगा और न ही आज विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी। इस मामले पर सीएम त्रिवेंद्र (Trivendra) के देहरादून लौटने को सरकार के लिए ग्रीन सिंग्नल माना जा रहा है।
अचानक उपजी सियासी उठापटक पर रविवार को राजधानी में दिनभर बैठकों का दौर जारी रहा। केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अचानक दिल्ली तलब कर प्रदेश की सियासी धड़कन बढ़ा दी थी। संसद भवन में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री के साथ संगठन महासचिव बीएल संतोष की पर्यवेक्षक डॉ. रमन सिंह और प्रभारी दुष्यंत गौतम की रिपोर्ट पर मैराथन बैठक हुई। इस दौरान संसद भवन में पीएम मोदी भी मौजूद रहे। इसी बीच, सीएम बिना किसी तय कार्यक्रम के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से मिलने पहुंचे। बलूनी के साथ एक घंटे की बैठक के बाद सीएम की नड्डा के साथ दो घंटे बैठक हुई।
रात करीब साढ़े 10 बजे दिल्ली स्थित आवास पर सीएम ने मीडिया को बुलाया। मीडिया से बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता व विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि सीएम के खिलाफ विधायकों में किसी तरह का कोई असंतोष नहीं है, और न ही राज्य में कोई नेतृत्व परिवर्तन हो रहा है। चौहान ने कहा कि विधायक होने के नाते मैं कह सकता हूं कि मंगलवार को विधायक दल की कोई औपचारिक बैठक नहीं बुलाई गई है। हालांकि सीएम आवास पर विधायकों का आना जाना एक प्रक्रिया है। चौहान ने कहा नीतिगत मामले में पार्टी का संसदीय बोर्ड निर्णय लेता है। संसदीय बोर्ड के निर्णय की जानकारी हमें नहीं है।
सीएम त्रिवेंद्र के आज दोपहर तक देहरादून लौटने का प्लान है। देहरादून लौटना, शीर्ष नेतृत्व के सामने अपना पक्ष रखना, विधायक दल की बैठक न होना त्रिवेंद्र के लिए ग्रीन सिग्नल माना जा रहा है।