ओल्ड पेंशन बहाली मोर्चा की गुहार, विलुप्त चीते आ गए, अब विलुप्त हुई पुरानी पेंशन भी बहाल कर दो मोदी जी
रैबार डेस्क: नामीबिया से भारत लाए गए 8 चीतों से विलुप्त हुईप्रजाति के संरक्षण की उम्मीद जग रही है, वहीं राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने इसी बहाने केंद्र सरकार से अपील की है कि अघर विलुप्त चीतों को फिर से स्थापित करने के प्रयास हो सकते हैं तो फिर विलुप्ति हो चुकी पुपरानी पेंशन व्यवस्था को क्यों नहीं। मोर्चा की मांग है कि केंद्र सरकार 75 लाख पेंस उपभोक्ताओं के ओपीएस का तोहफा दे।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) उत्तराखंड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चीते की परवाह तो है, किन्तु देश की 75 लाख एनपीएस कार्मिकों की अपने ही देश में सुध नहीं ली जा रही है। जिससे कि एनपीएस कार्मिक अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उनके ऊपर एनपीएस का काला कानून थोप दिया गया है। एनपीएस कार्मिकों द्वारा कई बार प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन चलाकर एवं ज्ञापन देकर प्रदेश तथा केन्द्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया गया। किन्तु सरकार द्वारा एनपीएस कार्मिकों की पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली की मांग पर गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सरकार का पूरा ध्यान चीतों पर ही है
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी० पी० सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री को चीता की चिंता है। लेकिन चिंताजनक है कि देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों की मांग पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे पर अभी तक एक शब्द नहीं बोल पाए जो कार्मिक देश के अभिन्न अंग होते है, जो कि सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करते हैं। जो कि निराशाजनक बात है। जिसका कि एनपीएस कार्मिक पुरजोर विरोध करते रहेंगे।