रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू, विरोध में सड़कों पर उतरे हजारों लोग, 4365 घरों को तोड़ा जाना है
रैबार डेस्क: कुमाऊं के प्रवेशद्वार हल्द्वानी में रेवले की जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इस दौरान अतिक्रमण की कार्रवाई के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। हजारों की संख्या में लोग सड़को पर उतरकर उन्हें बसाए जाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश भी उनके साथ प्रदर्शन में शामिल हैं। बता दें कि रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने के अभियान में 4300 से ज्यादा घरों को तोड़ा जाना है।protest against large encroachment drive in haldwani
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की 78 एकड़ जमीन पर लोगों का कब्जा है। अतिक्रमण हटाने को लेकर पहले भी बातें उठी लेकिन इस बवाल भी काफी मचा। यह मामला हाईकोर्ट मे भी गया था। 20 दिसंबर को हाईकोर्ट ने रेलवे बनभूलपुरा रेलवे प्रभावित लोगों को कोई राहत न देते हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। कोर्ट ने 4365 घरों को तोड़े जाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद रेलवे ने अतिक्रमण हटाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इसके विरोध में बनभूलपुरा क्षेत्र में हजारों लोग सड़को पर निकल कर प्रदर्शन कर रहे हैं। बनभूलपुरा के इंदिरा नगर से चोरगलिया रोड स्थित थाने तक हज़ारों की संख्या में लोग जमा हैं। इनमे महिलाओं और बच्चों की खासी तादात है। उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन जनता बात मानने को राजी नहीं है लोगों का कहना है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से अपने विरोध दर्ज कराएंगे। लोगों की मांग है कि उन्हें हटाने से पहले उन्हें बसाने के इंतजाम किए जाने चाहिए थे। ठंडके मौसम में उन्हें बेघऱ करने को मजबूर क्यों किया जा रहा है। इस दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसलिए प्रशासन बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में निवास कर रहे सभी असलहाधारियों को अपने असलहे थाने में जमा कराने के आदेश दे दिए हैं।
रेलवे की टीम अपने नक्शे के साथ अपनी जमीन का सीमांकन करेगी। साथ ही पुराने लगाए गए पिलरों को भी देखा जाएगा। इस दौरान यदि कोई पिलर काटे या उखाड़े गए होंगे तो वहां लाल पेंट से निशान लगाया जाएगा। रेलवे के हिसाब से उनकी करीब 29 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण है। हालातों के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से भारी फोर्स तैनात है।