2024-05-05

रेखा आर्या का हरीश रावत पर करारा व्यंग, बोलीं, सेवानिवृत दाज्यू देख रहे मुंगेरीलाल के सपने

Rekha arya slams harish rawat

रैबार डेस्क: उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों दिलचस्प जंग देखने को मिल रही है। पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat vs Rekha Arya) कुमाउनी में तंज कसने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन जब उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की टेक होम राशन योजना पर सवाल उठाया तो विभागीय मंत्री भी इसमें कूद पड़ी। रेखा आर्या ने कुमाउनी में ही तंज कसते हुए हरीश रावत को जवाब दिया और उन्हें सेवानिवृत दाज्यू करार दे दिया।

क्या था मामला
दरअसल हरीश रावत ने तैकि होम राशन व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक ओर सरकार तीलू रौतेली पुरस्कार बांट रही है और दूसरी तरफ महिलाओं का हक मार रही है। हरीश रावत का कहना था कि यह स्कीम उनके कार्यकाल में शुरू हुई , इससे 30-40 हजार महिलाएं जुड़ चुकी हैं और अपनी परिवार की आर्थिकी को सुधार रही हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने एक बाहरी कंपनी को टेंडर देकर हजारों महिलाओं के जो सपनों को लूट लिया। उनको बर्बाद कर दिया। हरीश रावत ने इस टेंडर को निरस्त करने की मांग की थी।

पिताजी होशियार तो थे, लेकिन उनकी माँ भी नहीं सुनती

हरीश रावत के सवाल पर विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने तथ्यों के साथ तंज भरा जवाब दिया है। उन्होंने लिखा है…
बड़े दाज्यू #हरीशरावत जी आपको कुछ न कुछ बोलना ही है वैसे हमारे पहाड़ में एक किस्सा है कि #होशियारतोम्यरबौज्यूलैछीलेकिनउन्नरबातमाननमेरीईजलैनी_छी” (होशियार तो पिताजी बहुत बनते थे, लेकिन उनकी बात मां भी नहीं सुनती थी)। यही कहावत आप पर लागू हो रही है क्योकि उम्र के इस पड़ाव में आप खुद को #२०२२ का स्वयंभू मुख्यमंत्री घोषित कर दे रहे हो और आपकी उस बात को आपकी पार्टी ही नहीं मान रही है ।
इधर दाज्यू T.H.R पर भी बोले कि “आपने हजारों महिलाओं के सपने को बर्बाद कर दिया”, दाज्यू बुरा मत मानना लेकिन इस प्रदेश की हजारों नहीं बल्कि लाखों महिलाओं के सपने तो आपने बर्बाद किये मुख्यमंत्री बनकर । जहा तक T.H.R का सवाल है यह केंद्र पोषित योजना है, इसमें केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में T.H.R की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु T.H.R में कच्चे राशन के वितरण को प्रतिबंधित करते हुए माइक्रो न्यूट्रिएंट् फोर्टिफाइड ( विटामिन एवं मिनरल युक्त) पोषण आहार को लैब से टेस्टिंग करवाकर वितरण किया जाना अनिवार्य कर दिया है।

इसी दिशा में सरकार ने एक कदम बढ़ाया ही है कि आप बिना सोचे समझे फिर बोल गये, अब दाज्यू जितना भी बोल लो मुख्यमंत्री बनना आपके लिए मुंगेरी लाल के सपने ही हैं और इसके लिए दोष हमारा नहीं बल्कि सच स्वीकारो तो आपकी ही पार्टी आपको मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहती हैं।
दाज्यू T. H.R. की गुणवता अच्छी हो, गर्भवती महिलाओं व बच्चो को उच्च गुणवत्ता का पोषण आहार मिले क्या इसमें आपको तकलीक है? और सबसे बड़ी बात किं इससे स्वयं सहायता समूहों की मातृ शक्ति का काम छीना नहीं जां रहा बल्कि उसमें और अधिक स्वयं सहायता समूहों को कार्य देने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने लिए हमारी सरकार कार्य कर रही हैं।
दाज्यू क्या आप नहीं चाहते कि:-
●इस योजना में अधिक स्वयं सहायता समूह जुड़े?
●इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, बच्चो को उच्च गुणवत्ता का पोषण/ विटामिन युक्त आहार मिले?
●इस योजना से पारदर्शी तरीके से प्रत्येक लाभार्थी को समय से लैब टेस्टेड पोषाहार मिले?
●इस योजना में केद्रांश जो 90% प्रतिशत मिलता है और केंद्र के नियमों की अनदेखी कर इस 90% केद्रांश से राज्य के लाभार्थी बच्चो एवं महिलाओ को वंचित होने से बचाया जा सके?

रेखा आर्या ने हरीश रावत को रिटायर्ड दाज्यू करार देते हुए लिखा है…दाज्यू सारा राज्य जानता है कि आप सिर्फ फेसबुक में नौटंकी कर सकते हो सच्चाई यही कि आप कुर्सी मिलते ही तानाशाही अपनाकर राज्य को लुटाते हो इसलिए ये मातृ शक्ति की बातें और राज्य चिंता की बातें आपके मुख से बिल्कुल शोभा नही देती क्योंकि जब राज्य आंदोलन चल रहा था तब आप उसी सरकार के सहयोगी थे जिन्होंने यहां की माताओं बहनों को किस तरह मौत का शिकार बनाया था वो पूरी दुनियां ने देखा । इसलिए दाज्यू जितना बोलोगे उतना इतिहास खुलेगा जिन कारनामों को आप इस उम्र में भूल गए हो उसे आप बार बार याद दिलाने को मजबूर न करें तो अच्छा ही होगा क्योंकि बुढ़ापे में व्यक्ति का बचपन लौट आता है और आपका बुढापा खराब करना हम बिल्कुल नही चाहते क्योंकि मुझे आपके स्वास्थ्य की बहुत चिंता है तथा जनता की चिंता हमारी #धामी_सरकार पूर्ण मनोयोग से कर रही है आपको सोचना ही नही पड़ेगा क्योंकि आपसे कहीं अधिक चिंतित और विकसित मानसिकता के साथ हमारे #मुख्यमंत्री राज्य के विकास में लगे हैं । इसलिए दाजू अब आप बोलो मत बस आराम ही सही रहेगा लड़ाई लड़ने के लिए तो आपके पास आपकी पार्टी में ही कई तैयार है।
और एक बात आपने कही है कि यह 2022 का चुनाव आपका आखिरी होगा लेकिन आपका 2022 का नही 2017 का चुनाव ही आखिरी चुनाव था जब जनता ने आपको पूर्ण रूप से आराम करने के लिए सेवानिवृत्त कर दिया था।

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