सादगी के साथ खुले श्री केदारनाथ धाम के कपाट, पीएम मोदी के नाम से हुआ पहला रुद्राभिषेक
रुद्रप्रयाग: विश्वप्रसिद्ध भगवान् शिव के ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ भगवान के कपाट आज मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान से खुल गये हैं।
ऐसे खुले कपाट
प्रातः 3 बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी.पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ट हुए, मुख्य द्वार पर कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी हुई, भैरवनाथ का आवाह्न किया गया। ठीक प्रात:6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये गये.पुजारी शिवशंकर लिंग ने रुद्राभिषेक एवं जलाभिषेक पूजा संपन्न की। भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक किया गया.इस दौरान शोसियल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। मुख्य रावल भीमशंकर लिंग 14 दिन के कोरेंटाइन में हैं, इसलिए उनके प्रतिनिधि ने कपाट खोलने की प्रक्रिया पूर्ण की।
कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीडी सिंह, तहसीलदार जयबीर राम बधाणी एवं पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत मुख्य द्वार पर मौजूद थे।
पीएम के नाम से रुद्राभिषेक
कपाट खुलने के पश्चात सर्व प्रथम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से रुद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर शुभकामनाएं दी हैं।
6 फीट बर्फ मौजूद
केदारनाथ धाम में कार्यदायी संस्थाओं ने विषम परिस्थितियों में बर्फ के ग्लेशियरों को काट कर मंदिर तक पहुंचने का रास्ता बनाया। अभी भी केदारनाथ धांमे मंदिर के आसपास 4 से 6 फीट तक बर्फ देखी जा सकती है।
इस बार सेना का बैंड नहीं
श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान पिछले वर्षों की भांति अबकी बार सेना का बैंड शामिल नहीं हुआ तथा बेहद सादगी पूर्वक ढंग से मंदिर के कपाट खुले. उन्होंने बताया कि श्री केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग उखीमठ में 14 दिनों के क्वारंटाइन में हैं, इसलिए उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया।