बाज नहीं आ रहा नेपाल, कम्युनिस्ट दलों के उकसावे पर भारतीय मजदूरों पर फिर हुई पत्थरबाजी
रैबार डेस्क: पिथौरागढ़ जिले में भारत नेपाल सीमा पर फिर से पत्थऱबाजी हुई है। इस महीने की यह दूसरी घटना है। बुधवार को भी नेपाल की तरफ से भारतीय क्षेत्र में काम कर रहे लोगों पर पत्थऱ बरसाए गए। नेपाल के कम्युनिस्ट दलों द्वारा नेपाल के छात्र संगठनों को उकसाकर भारतीय क्षेत्र में पत्थरबाजी की गई है। उधर सीएम पुष्कर धामी का कहना है कि कुछ लोग रोटी बेटी के रिश्ते को उकसाने के लिए ये काम कर रहे हैं।
दरअसल पिथौरागढ़ के धारचुला और नेपाल के दारचुला में दोनों देशों की सीमाएं मिलती हैं। यहां पर काली नदी के ऊपर बाढ़ सुरक्षा से संबंधित तटबंध निर्माण आदे कि कार्य किए जा रहे हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस समय नदी का बहाव कम है। इस दौरान निर्माण कार्य नहीं किया गया तो आने वाले बरसात में धारचूला को फिर से आपदा की मार सहनी पड़ेगी। लेकिन पिछले दिनों नेपाल की तरफ भारतीय मजदूरों पर पत्थरबाजी की गई जिससे कंपनी को निर्माण कार्य रोकना पड़ा था।
बुधवार को एक बार फिर से नेपाल विप्लव कम्युनिस्ट माओवादी पार्टी के छात्र नेताओं ने नेपाल में जुलूस निकाला साथ ही नेपाल के धारचूला जिले में भारतीय क्षेत्र में कार्य कर रही कंपनी के ऊपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। नेपाल के द्वारा सहमति के बावजूद भी नेपाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। लगातार नेपाल की तरफ से भारतीय अंतराष्ट्रीय सीमा पर पत्थरबाजी कर दोनों देशों के बीच विवाद पैदा किया जा रहा है, जिस पर सीमावर्ती स्थानीय लोग भी आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर नेपाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है तो मजबूरन भारत को भी कड़ा रुख अपना कर अंतराष्ट्रीय झूला पुल को बंद कर दिया जाएगा।
इस मामले पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नेपाल के प्रशासन और हमारे यहां के प्रशासन लगातार संपर्क में हैं। दोनों राष्ट्रों का रोटी-बेटी का संबंध रहा है, भाई-भाई का संबंध रहा है, सदियों पुराना संबंध है। मैं समझता हूं कुछ लोग उकसाने का काम कर रहे होंगे। लेकिन प्रशासन के स्तर पर कहीं कोई विरोधाभास नहीं है।