भ्रष्टाचार पर एक और प्रहार, नहरों के निर्माण में गड़बड़ी के आरोप में अधीक्षण अभियंता सस्पेंड, जांच जारी
रैबार डेस्क: धामी सरकार ने भ्रष्टाचार के सागर की एक और मछली का शिकार किया है। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता को करप्शन के आरोप में निलबिंत किया गया है। हरिद्वार में सिंचाई नहरों के निर्माण,तट बंध निर्माण आदि में अनियमितता के चलते अधीक्षण अभियंता राकेश तिवारी को सस्पेंड किया गया है।
दरअसल लक्सर विकासखंड में टीकमपुर कुम्हारी जल निकासी योजना में वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई थी। इसके अलावा सोलानी नदी पर तटबंध निर्माण और जगजीतपुर एसटीपी से नहर निर्माण में भी घोर अनियमितताएं बरती गई थी। कागजों में जो काम दिखाए थे, निरीक्षण करने पर वो धरातल पर थे ही नहीं। इसके अलावा टेंडर प्रोसेस में भी भारी अनियमितता बरती गई थी। इसी के चलते सिंचाई कार्यमण्डल देहरादून के अधीक्षण अभियंता को तत्काल सस्पेंड करने के आदेश मंगलवार शाम जारी किए गए।
निलंबन की अवधि में तिवारी को प्रमुख अभियंता सिंचाई के कार्यालय में अटैच किया गया है। बता दें कि विभिन्न प्रकरणों में राकेश तिवारी के खिलाफ जांच जारी है। इन मामलों में तिवारी को सख्त सजा भी हो सकती है।