उत्तराखंड में फ़िल्म शूटिंग के लिए बेहतर माहौल, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में उत्तराखंड को फिर मिला बेस्ट फ़िल्म फ्रेंडली स्टेट अवार्ड
रैबार डेस्क: उत्तराखंड फ़िल्म शूटिंग के लिए निर्माताओं की पसंद बनता जा रहा है। सरकार की बेहतर फ़िल्म नीति और रियायतों के चलते बड़ी तादात में फ़िल्म निर्माता उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। इस उप्लब्धि को केंद्र ने भी सराहा है। लगातार चौथे साल उत्तराखंड को नेशनल फ़िल्म अवार्ड्स में बेस्ट फ़िल्म फ्रेंडली स्टेट (स्पेशल मेंशन) कैटेगरी का अवार्ड मिला है। सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह पुरस्कार ग्रहण किया।
विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू द्वारा उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। महानिदेशक, सूचना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सरकार प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बना रही है। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है।
उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि विगत एक वर्ष में राज्य में 150 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें द कश्मीर फ़ाइल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, जैसी फिल्में शामिल हैं।