सेब बागवानों की तकदीर बदलने में जुटा एप्पलमैन, 7 महीने में तैयार कर दी 12 हजार पौधों की नर्सरी
क्लासन एप्पल नर्सरी के विक्रम रावत ने उत्तराखंड में तैयार किया मॉडल
पौड़ी के पटेलिया फार्म नर्सरी में उगाए 12000 पौधे
पौड़ी: उत्तराखंड में सेब के बागवानों की तकदीर बदलने के लिए एक शख्स दिन रात मेहनत कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में सेब की बागवानी (Apple Farming) का आदर्श मॉडल खड़ा कर चुके विक्रम सिंह रावत (Vikram Singh Rawat) ने उत्तराखंड में भी ऐसा मॉडल तैयार करने के प्रयास किए हैं। जिला प्रशासन के सहयोग से पौड़ी जिले में सबसे बड़ी सेब की नर्सरी (Patelia farm) तैयार हो रही है।
विकम सिंह रावत मूल रूप से पौड़ी जिले के धुमाकोट तहसील के कलून गांव के निवासी हैं, और वर्तमान में हिमांचल में रहकर क्लासन नर्सरी का संचालन कर रहे हैं। हिमाचल में उनका बनाया क्लासन फार्म आज एकीकृत बागवानी का सफल माडल है। क्लासन फार्म मार्डन एप्पल फार्मिंग में एक विश्वसनीय नाम है। जो न सिर्फ सेब की रूट स्टाक फार्मिंग पर काम कर रहा है, बल्कि सेब की मार्डन फार्मिंग के लिए कंसल्टेंसी भी देता है और अपनी नर्सरी से रूट स्टाक भी उपलब्ध कराता है। साल 2016 में विक्रम रावत कने अपने पैतृक गांव का रुख किया। जलवायु के लिहाज से सेब उत्पादन के लिए उन्होंने पौड़ी को बेहद मुफीद पाया। सेब उत्पादन की संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने गांव के युवाओं को बंजर पड़े खेतों पर सेब की खेती के लिए प्रेरित किया।
पौड़ी जिले के प्रगतिशील जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने विक्रम रावत की कोशिशों को पंख लगाए।उन्होंने पौड़ी जिले के नौनीडांडा ब्लॉक में में सेब उत्पादन का खाका तैयार किया। विक्रम रावत ने पौड़ी में मॉडर्न एप्पल फार्मिंग के मिशन को अपने कंधों पर लिया। नौनीडांडा ब्लॉक के पटेलिया में जमीन की तलाश हुई। वहां पर सेब के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार किया गया औ महज 7 महीने के भीतर करीब 12 हजार पौधों की शानदार एप्पल नर्सरी तैयार कर डाली।
लॉकडाउन में भी नर्सरी में काम चलता रहा। इसी का नतीजा है कि आज पटेलिया फार्म प्रदेश की पहली सेब नर्सरी के रूप में स्थापित हो चुका है। यहां पर हॉलैंड से आयातित सेब की रुट स्टॉक प्रजाति के 10 हजार पौधे तथा 2100 हाई डेंसिटी के सेब पौधे लगाए गए हैं। इन पौधों को पौड़ी जिले और आसपास के बागवानों को वितरित किया जाएगा। प्रदेश के किसानों को सस्ती दर पर हाई डेंसिटी सेब के पौधे मिलेंगे। सबकुछ ठीक रहा तो दो साल के भीतर पटेलिया फार्म की नर्सरी से उगे पौधे रसीले सेब देंगे। उत्तराखंड में क्लासेन नर्सरी की तर्ज पर पटेलिया फार्म के सेब एक नया ब्रांड बनेंगे। जिसेस स्थानीय कास्तकारों की आमदनी बढ़ेगी। पटेलिया फार्म में सेब की फार्मिंग के अलावा ट्रेनिंग सेंटर तथा पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधाएं बनाने का भी प्लान है। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
विक्रम सिंह रावत कहते हैं कि पटेलिया फार्म एप्पल फार्मिंग के लिए आदर्श स्थान है। हालांकि यहां दुर्गम भौगोलिक स्थिति के चलते सेब की नर्सरी के बारे मे सोचना तक भी मुश्किल था। लेकिन जब उन्होंने डीएम धीराज गर्ब्याल से बात की तो उन्होंने इसमें विशेष रुचि दिखाई। सरकार और जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला और यह मिशन सफल होता दिख रहा है। आने वाले समय में पटेलिया फार्म हॉर्टीकल्चर ट्रेनिंग सेंटर व हॉर्टी-टूरिज्म के केंद्र के रूप में भी पहचाना जाएगा।