UPNL से सभी को रोजगार देने की कवायद तेज, स्किल्ड प्रवासी भी पा सकेंगे उपनल से नौकरी
उपनल के जरिए सैनिक आश्रितों को रोजगार देने का शासनादेश संशोधित
UPNL के जरिए घर लौटे स्किल्ड प्रवासियों को भी मिलेंगे नौकरी के अवसर
देहरादून : कोरोना महामारी ( Corona Pandemic) में घर लौटे प्रवासियों को रोजगार (EMPLOYEMENT) से जोड़ने की दिशा में त्रिवेंद्र सरकार ने एक और कदम बढ़ाया है। सरकार ने गैरसैनिक आश्रितों को भी उपनल (UPNL) के जरिए रोजगार से जोड़ने की कवायद तेज कर दी है। 4 सितंबर को हुई त्रिवेंद्र (Trivendra Singh Rawat) कैबिनेट में यह फैसला लिया गया था। जिस पर अमल करते हुए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उपनल प्रबंधन को आदेश जारी किया है।
गौरतलब है राज्य सरकार के उपक्रम उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण लिमिटेड (उपनल) से सिविलियन की भर्ती पर साल 2016 से बैन है। यानी उपनल के जरिए केवल पूर्व सैनिक या सैनिकों के आश्रित ही रोजगार पा सकते थे। लेकिन मौजूदा कोरोना संकट में रोजगार की बडी समस्या पैदा हुई तो सरकार ने इसका हल निकाला ।इसी महीने हुई कैबिनेट बैठक में सरकार ने गैर सैनिक आश्रित कुशल कामगारों को भी उपनल के जरिए रोजगार देने का फैसला किया था।
इस संबंध में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उपनल के महाप्रबंधक को एक आदेश जारी किया है, जिसमें स्पष्ट लिखा है कि वर्तमान हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीब कल्याण रोजगार अभियान को सार्थक बनाया जाना आवश्यक है। इसलिए जो उत्तराखंडवासी कोरोना के कारण घरों को लौटे हैं, उनकी शैक्षिक योग्यता औऱ कौशल के आधार पर उपनल से रोजगार के अवसर दिए जाएं। आदेश में लिखा है कि स्वास्थ्य, हाउसकीपिंग, हॉस्पिटैलिटी, तकनीकी एवं अन्य क्षेत्रों में अगर उपनल को सैनिक आश्रित योग्य उम्मीदवार न मिलें तो, ऐसी स्थिति में घर लौटे शिक्षित कुशल प्रवासियों को योग्यता के आधार पर नौकरियों में समायोजित किया जाए। यानी अगर किसी सेक्टर में पूर्व सैनिक और उनके आश्रित नहीं मिलते हैं तो उस स्थिति में बाकी लोगों को भर्ती किया जाएगा। खास बात ये है कि ये नौकरियां अस्थाई होंगी। यानी 11 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर होंगी।
उपनल में रजिस्ट्रेशन के लिए समय सीमा 31 मार्च 2021 रखी गई है। उपनल के माध्यम से उन्हीं गैर सैनिकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे जो 31 मार्च 2021 तक उपनल में अपना पंजीकरण करवाएंगे। उत्तराखंड में विभिन्न विभागों में 20 हजार के करीब रोजगार उपनल के माध्यम से समायोजित हैं। नए आदेश के बाद इस संख्या में बढ़ोतरी होगी।