चमोली के बड़ाहोती में घुसे चीन के 100 सैनिक, पुल तोड़ने के बाद वापस लौटे
रैबार डेस्क: लद्दाख में बार बार घुसपैठ करने वाला ड्रैगन अब उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों में भी साजिशें रच रहा है। चमोली जिले से लगे सीमावर्ती ‘बाड़ाहोती’ क्षेत्र (Chinese troops intrusion in Barahoti uttarakhand) में चीन की घुसपैठ की खबर ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। खबर है कि चीन के करीब 100 सैनिकों ने बड़ाहोती में घुसपैठ की और भारतीय क्षेत्र में पुल को भी तोड़ डाला।
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक भारतीय सीमा में दाखिल हुए और कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने के बाद अपने इलाकों में लौट गए। इसमें एक पुल भी शामिल था जोकि चीनी सैनिकों के निशाने पर आया। चीन के सैनिकों की गतिविधियों की जानकारी लगते ही अधिकारी हरकत में आ गए। यह घटना 30 अगस्त की बताई जा रही है। जब करीब 100 सैनिक सीमा के अंदर दिखाई दिए थे लेकिन भारतीय सेना के जवान पहुंचते, चीनी सैनिक बॉर्डर पार करके अपने इलाकों में चले गए थे। सीमा क्षेत्र में पड़ोसी देश की गतिविधियों को देखते हुए खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है।
हालांकि इस घटना पर अभी राज्य सरकार या शासकीय अधिकारियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।हाल के कुछ सालों में बाड़ाहोती इलाका, प्रमुख फ्लैशप्वाइंट में शुमार नहीं रहा है हांलाकि यहां छोटी-मोटी घटनाएं जरूर रिपोर्ट की जाती रही हैं। 1962 के युद्ध से पहले चीन ने इसी इलाके में घुसपैठ को अंजाम दिया था। 1954 में पहली बार चीनी सैनिकों को इस इलाके में उपकरणों के साथ देखा गया था, जोकि बाद में बढ़ता चला गया था।
उत्तराखंड के बाड़ाहोती में वास्तविक नियंत्रण रेखा में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों की घुसपैठ की खबरें पहले भी आ चुकी है। साल 2018 में ऐसी खबरें आई थीं, अगस्त महीने में तीन बार चीनी सैनिकों को आईटीबीपी की चौकी के पास देखा दया था। भारतीय सीमा में घुस आए चीनी सैनिकों को जवानों के कड़े विरोध के चलते कदम पीछे खींचने पड़े थे।