ग्राम प्रधान ने बदली GIC क्वीतड़ की सूरत, सरकारी स्कूल को देखकर आप भी कहेंगे वाह क्या बात है
रैबार डेस्क: ग्राम प्रधानों पर अक्सर काम मे लापरवाही के आरोप लगते हैं। लेकिन इच्छशक्ति हो तो एक प्रधान भी किसी मंत्री विधायक से अच्छा काम करके दिखा सकता है। पिथौरागढ़ के सीमांत गांव का एक ऐसा ग्राम प्रधान आजकल अपने शानदार काम की वजह से सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। नेपाल सीमा से सटे क्वीतड़ गांव में प्रधान ने एक सरकारी स्कूल की तस्वीर पूरी तरह बदल दी है। अब यह स्कूल किसी प्राइवेट बोर्डिंग स्कूल से कमतर नजर नहीं आता (Gram Pradhan efforts to make over the school building)। क्वीतड़ के प्रधान श्याम सुंदर सिंह सौन ने सरकार से मिले धन का पाई पाई सदुयोग किया। और क्वीतड़ इंटर कॉलेज को भव्य रूप दिया।
ऐसे हाईटेक बन रहा GIC क्वीतड़
दुर्गम क्षेत्र में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज क्वीतड़ के भवन को देखकर आप भी कहेंगे वाह क्या काम किया है। स्कूल का आंगन खूबसूरत टाइल्स से सजाया गया है। यह स्कूल धीरे धीरे हाईटेक बन रहा है। स्कूल भवन में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रोजेक्टर भी लगाए जाने हैं। बच्चों को स्कूल में स्वच्छ पेयजल के लिए फिल्टर लगाए गए हैं। छात्र-छात्राओं समेत स्कूल स्टाफ के लिए भी तीन शौचालय बनाए गए हैं। कुमाऊंनी भाषा की पहली महिला लोकगायिका कबूतरी देवी की स्मृति में अब इस विद्यालय परिसर में उद्यान भी बनाया जाएगा।
क्वीतड़ के प्रधान श्याम सुंदर सिंह सौन बताते हैं कि शिक्षा की वजह से पलायन न हो, इसके लिए अपनी ओर से ईमानदार प्रयास करने की कोशिश की है। प्रधान सौन ने बताया कि बचपन में 10 से 15 किलोमीटर पैदल चलकर पढ़ने के लिए स्कूल जाने की मजबूरी थी, क्योंकि गांव में स्कूल नहीं था। 2016 में विद्यालय का उच्चीकरण हुआ लेकिन तब स्कूल का भवन बदहाल था। सरकार ने भवन निर्माण व सौंदर्यीकरण के लिए करीब 50 लाख रुपये की स्वीकृति दी। और जितना भी बजट ग्राम पंचायत के खाते में गया, उसका पाई पाई स्कूल की सूरत बदलने पर ईमानदारी से खर्च हुआ।
ग्राम प्रधान श्याम सुंदर अपने गांव की भी सूरत बदल चुके हैं। यहां साफ सफाई की उत्तम व्यवस्था है। गांव के रास्ते दूधिया रोशनी से जगमग रहते हैं। प्रवेश के लिए शानदार गेट बनाया गया है।