गैरसैंण तक पहुंचेंगी टू-लेन सड़कें, कुमाऊं-गढ़वाल के बीच कनेक्टिविटी होगी मजबूत, नितिन गडकरी ने दी स्वीकृति

रैबार ब्यूरो: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को जल्द ही एक औऱ तोहफा मिल सकता है। सीएम त्रिवेंद्र ने गैरसैंण को चारधाम ऑल वेदर रोड की तर्ज पर टू-वे नेशनल हाइवे से जोड़ने की मांग केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सामने रखी, जिस पर केंद्रीय मंत्री ने सहमति जताई है। सबकुछ ठीक रहा तो गढ़वाल कुमाऊं को जोड़ने वाली प्रमुख टू-लेन सड़क NH -87 के जीर्णोद्धार का काम जल्द शुरू हो सकता है।
सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम परियोजना के संबंध में बैठक की। मुख्यमंत्री ने चारधाम ऑल वेदर रोड के कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। गडकरी ने कहा कि चारधाम परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना है, यह सामरिक दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है। इसे निर्धारित समय के अन्तर्गत पूरा किए जाने के लिए तेजी से कार्य किए जाएं। इस मुख्यमंत्री ने अवगत कराया कि अब तक 12 हजार करोड़ रुपए लागत की परियोजना का अधिकतर कामर्य पूरा हो चुका है। कोरोना संकट के कारण बीच में काम रुका, लेकिन लॉकडाउन में छूट मिलते ही इस पर तीव्र गति से काम हो रहा है। इस दौरान वन एंव पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि चारधाम परियोजना से सम्बन्धित सभी प्रकार की क्लीयरेंस का निस्तारण तेजी के साथ किया जा रहा है।

बैठक में सीएम त्रिवेंद्र ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि हाल ही में गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया है। लिहाजा गैरसैंण को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-87 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 309-ए को विकसित कर टू-लेन किया जाए। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के फलस्वरूप यातायात बढ़ने की सम्भावना है, जिसके दृष्टिगत नेशनल हाईवे-87 का चौड़ीकरण बेहद जरूरी है। केन्द्रीय मंत्री ने इस पर सैद्धान्तिक सहमति देते हुए इसकी डीपीआर मंत्रालय को शीघ्र उपलब्ध करवाने को कहा है। राजधानी को जोड़ने वाले इस मार्ग को ऑल वेदर रोड की तर्ज पर हम मौसम के मुफीद बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 309-ए के टू-लेन होने से पिथौरागढ़, मुनस्यारी, डीडीहाट, गंगोलीहाट, चैकोड़ी बेरीनाग आदि पर्यटक स्थल जुड़ जाएंगे, जो पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि इस मार्ग के 208 किमी लम्बाई के इस भाग को 02 लेन चैड़ीकरण हेतु डीपीआर एवं भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि चौकोड़ी से अल्मोड़ा तक प्रथम चरण में कुल 126 किमी लम्बाई की डीपीआर गठन की कार्यवाही गतिमान है।