धारचुला में बादल फटने से तबाही, 7 के दबे होने की आशंका, अब तक 3 बच्चों के शव बरामद
रैबार डेस्क: पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्र धारचुला में बीती रात बादल फटने (3 bodies recovered after cloudburst in dharchula, pithoragarh) से तबाही बरसी है। यहा के जुम्मा गांव में 7 घर जमींदोज हो गए हैं जिससे 7 लोगों के दबे होने की सूचना है। अभी तक 3 बच्चों के शव बरामद कि एजा चुके हैं। सीएम धाम ने घटना पर दुख जताते हुए रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर भेजा है। एसडीआरएफ की टीम राहत औऱ बचाव कार्य में जुटी है।
जानकारी के अनुसार बीती रात धारचूला के ग्राम जुम्मा में बादल फटने से भारी बारिश हुई।जिससे जामुनी तोक में 5 तथा सिरौउड़यार तोक में 2 आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना में 7 व्यक्तियों के लापता होने की सूचना है। अभी तक 3 बच्चों के शव बरामद किए जा चुके हैं। राजस्व,एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ तथा रेस्क्यू टीम बचाव कार्यों में जुटी है।
इलाके में हुई भारी बारिश से सारी सड़कें बुरी तरह से ध्वस्त हो गई है जिसके चलते राहत और बचाव कर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कतें पैदा हुई। प्रशासन हेली ऑपरेशन के जरिए क्षेत्र में राहत कार्य शुरू करने जा रहा हैं।
धारचूला से सटे नेपाल के श्रीबगड़ में भी बादल फटने से तबाही मची है। यहां भी 15 से 20 लोगों के लापता होने की खबर है। धारचूला के तपोवन में बने एनएचपीसी कॉलोनी में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। नदी का मलबा और पानी कॉलोनी के घरों में घुस गया है जिससे कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई है। धारचूला के तपोवन में काली नदी में झील भी बन गई है जिसकी वजह से धारचूला कस्बे को खतरा पैदा हो गया है।