नड्डा का उत्तराखंड दौरा: संघ से फीडबैक, सरकार को शाबाशी, संगठन को नसीहत
देहरादून: मिशन 2022 की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) जे पी नड्डा (JP Nadda) के 4 दिवसीय दौरे से बड़ा बूस्ट मिला है। चार दिवसीय उत्तराखंड (Uttarakhand) दौरे के आखिरी दिन आज नड्डा ने सरकार के कामकाज की सामीक्षा की। इससे पहले 3 दिन तक नड्डा सरकार, संगठन और संघ की गहनता से नब्ज टटोलते रहे। इस दौरान जहां नड्डा की सीएम त्रिवेंद्र से अच्छी जुगलबंदी दिखी वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और प्रदेश भाजपा संगठन के कामकाज पर भी नड्डा ने संतोष जताया।
सरकार के कामकाज पर संतोष जताया
बीजापुर गेस्ट हाउस में मंत्रिमंडल की बैठक लेकर सरकार के कामकाज की समीक्षा की। इससे पहले उन्होंने आजीवन सहयोग निधि और कोष पद्धति के सिलसिले में बैठक ली। नड्डा ने विभिन्न योजनाओं के संबंध में विमर्श किया। इस दौरान नड्डा ने सरकार के कामकाज पर संतोष व्यक्त किया। जे पी नड्डा ने इसके बाद भाजपा की कोर कमेटी के साथ वर्तमान राजनीतिक स्थिति और आगामी रणनीति के संबंध में भी चर्चा की।
कार्यकर्ताओं को मंत्र
रविवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी के विभाग प्रमुखों के साथ बैठक कर उन्हें उनके दायित्वों का बोध कराया था। इतना ही नहीं उन्होंने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से लेकर मंडल अध्यक्षों को वर्चुअली संबोधित किया था, जिससे कार्यकर्ता बेहद उत्साहित नजर आए। नड्डा ने प्रदेश पदाधिकारियों, सांसदों, विधायकगणों, प्रदेश मोर्चा अध्यक्षों, महामंत्रियों, जिलाध्यक्षों से विचार-विमर्श किया गया। इसके बाद प्रबुद्ध सम्मेलन में केंद्र सरकार औऱ राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में चर्चा की। नड्डा ने कहा कि भाजपा का मंत्र प्रखर राष्ट्रवाद है। पार्टी के लिए सबसे पहले देश, फिर दल और आखिरी में स्वयं है।
न को कहा कि खुद का हित बाद में रखें, सबसे पहले देश हित औऱ फिर पार्टी हित के बारे में सोचें।
संघ से फीडबैक लिया
इसके बाद नड्डा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी सरकार औऱ संगठन के बारे में फीडबैक लिया। संघ के ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने सीएम त्रिवेंद्र और सरकार की कार्यशैली पर संकतोष व्यक्त किया. हालांकि संघ का कहना था कि सरकार के अधिकतर मंत्री हवा हवाई हैं और कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनते। नड्डा ने जब सरकार के मुखिया के बारे में जानना चाहा तो सबने एक स्वर में कहा कि सीएम की छवि, कार्यशैली औऱ विकास कार्यों को देखते हुए उनसे किसी को कोई शिकायत नहीं है।