चमोली आपदा: तपोवन टनल से 8वें दिन 4 शव बरामद, तेज हुआ सर्च ऑपरेशन
चमोली: ऋषिगंगा नदी में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा (Chamoli Disaster) के आठवें दिन बचाव एजेंसियों को 3 शव मिले। ये तीनों शव तपोवन टनल (Tapovan Tunnel) के भीतर से बरामद किए गए। टनल के भीतर अन्य लोगों की संभावना को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। चमोली आपदा में अब तक कुल 44 शव बरामद हो चुके हैं।
बीते एक हफ्ते से बचाव एजेंसियां सुरंग के T पॉइंट तक पहुंचने के प्रयास कर रही हैं जहां करीब 35 लोगों के फंसे होने का अनुमान है। बीती रात एजेंसियों को ड्रिलिंग का काम रोकना पड़ा। लेकिन टनल के भीतर मलबा हटाकर रास्ता बनाया जा रहा है।
रविवार सुबह एक हफ्ते बाद तपोवन में सुरंग के अंदर से 4 शव बरामद किए गए। चमोली थाना प्रभारी जोशीमठ सतेंद्र सिंह के अनुसार पहला शव सुबह करीब पांच बजे मिला। इसके बाद आगे खुदाई करने पर दूसरा शव बरामद हुआ। सवा 11 बजे के करीब तीसरा शव भी बरामद हुआ। थोड़ी देर बाद चौथा शव भी मिला। 31 लोगों की खोज अभी भी जारी जारी है। चार लोग और दिखाई दे रहे हैं। लेकिन उनके पास तक नहीं पहुंचा जा सका है। मृतकों की पहचान अनिल सिंह निवासी कालसी और आलम सिंह निवासी लोयर गांव, गुल्लर घाटी के रूप में हुई है। आलम सीनियर इलेक्ट्रॉशियन था, जबकि अनिल वेल्डर था।
उधर डीएम का कहना है कि तलाश अभियान तेजी से चल रहा है। बैकअप में सात एंबुलेंस, पोस्टमार्टम टीम और एक हेलीकॉप्टर भी रखा गया है। अगर कोई भी व्यक्ति जिंदा बरामद किया जाता है तो उसे तुरंत उपचार देने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। अन्य लोग सुरंग से कुछ दूर हो सकते हैं। तलाशी अभियान जारी है।
बता दें कि सुरंग के अंदर से मलबा हटाने का काम लगातार जारी है। रात में जमीन के अंदर सपोर्ट नहीं मिलने पर सुरंग में ड्रिल कार्य बंद कर दिया गया था। चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि निर्धारित दूरी तक ड्रिल के बाद पानी निकल रहा है। सम्भवतः नीचे पानी और मलबा घुसा है। बता दें कि आपदा में अब तक 163 लोग अभी भी लापता हैं। जबकि रैणी और तपोवन क्षेत्र से 38 व सुरंग से 3 शव मिल चुके हैं।