ऋषिगंगा में बनी झील का मुआयना करने भेजी गई SDRF, NDRF की टीम, रेस्क्यू के लिए छोटी सुरंग में प्रवेश करने का प्रयास
चमोली: 7 फरवरी को चमोली के तपोवन (Chamoli Disaster) क्षेत्र में आई भीषण आपदा के छठवे दिन भी राहत और बचाव कार्यों के साथ साथ लोगों की खोजबीन का कार्य़ जारी है। तपोवन टनल (Tapovan Tunnel Rescue Operation) में फंसे लोगों का पता लगाने के लिए आज छोटी सुरंग बनाकरप प्रवेश का प्रयास किया जा रहा है। उधर आपदा के बाद ऋषिगंगा नदी पर बनी झील (New Lake on Rishiganga) से चिंताएं और बढ़ गई हैं। इस झील का मुआयना करने के लिए एसडीआरएफ औऱ एनडीआरएफ की संयुक्त टीम रवाना कर दी गई है।
तपोवन में एनटीपीसी प्लांट की टनल में फंसे संभावित 35 लोगों को बचाने की जद्दोजहद छठवें दिन भी जारी है। नदी की साइड से 180 मीटर तक सुरंग बनी हुई है। सुरंग के एसएफटी प्वाइंट के दूसरे छोर से 90 मीटर की घुमावदार सुरंग है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 90 मीटर की इसी सुरंग में लोग फंसे हो सकते हैं। सुरंग में काफी कीचड़ औऱ मलबा लगातार आ रहा है जिससे बचाव कार्य में बाधा आ रही है। गुरुवार को उसी टनल के बगल में टनल खोदने का प्रयास हुआ लेकिन ड्रिलिंग मशीन टूट जान से ये प्रयास भी अधूर रह गया।
अब एक और छोटी सुरंग बनाकर वहां पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि आज, हम एक छोटी सुरंग में प्रवेश करने का प्रयास करेंगे, जो मौजूदा सुरंग से 12 मीटर नीचे है। वहां कुछ लोगों के होने की संभावना है।
उधर नई झील के निगरानी और मुआयने के लिए टीम रवाना हो चुकी हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि रैणी गांव के ऊपरी इलाके में झील बनने की सूचना पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भेजी गई है। एसडीआरएफ की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने भी पुष्टि की है कि तपोवन क्षेत्र के पास रैणी गांव के ऊपर पानी जमा हो रहा है। कई हवाई सर्वे किए गए हैं। आज आठ सदस्यीय एसडीआरएफ टीम को स्थिति का आकलन करने के लिए भेजा गया है। आंकलन के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
7 फरवरी को आई भीषण आपदा के बाद तपोवन और आसपास के क्षेत्र के कुल 204 लोग लापता हो गए हैं। अभी तक 36 शव बरामद कर लिए गए हैं। 168 लोग अभी भी लापता हैं। राहत और बचाव कार्य चल रहा है। उधर सेना की इंजीनिरिंग कोर ने भंग्यूल गांव जाने के लिए अस्थायी ट्रॉली बना दी है। जिसके बाद आपदा के कारण यहां फंसे लोगों ने राहत की सांस ली है। शुक्रवार को अब तक 60 लोग ट्रॉली से आवाजाही कर चुके हैं।