घोड़ा चलाने को मजबूर बेटी को मिला MLA का सहारा, चंपावत विधायक ने ली पूरी जिम्मेदारी
रैबार डेस्क: कल उत्तराखंड रैबार ने एक खबर अपने पाठकों को दिखाई थी। चंपावत के बालातड़ी की रहने वाली एक छात्रा अपनी जीवन यापन करने के लिए घोडा चलाने को मजबूर है। यह बेटी अपनी शिक्षा औऱ माता पिता के इलाज का खर्च उठाने (MLA Kailash Gahtori assures all kind of help to Shobha Bhatt) के लिए यह सब करने को मजबूर है। पहाड़ की इस बेटी के लिए हर तरफ से मदद के हाथ उठे हैं। यह बात जह चंपावत विधायक तक पहुंची तो उन्होंने बिटिया की संपूर्ण जिम्मेदारी उठाने का भरोसा दिया है।
सोमवार को चंवापत विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी ने बालातड़ी की बेची शोभा भट्ट से करीब 4 मिनट फोन पर बात की। उन्होंने शोभा को भोरोसा दिलाया कि उके रहते उसे ऐसे कठिन काम करने की जरूरत नहीं है। विधायक ने शोभा से कहा कि उसकी शिक्षा और पालनपोषण और माता पिता का जिम्मा वे खुद उठाएंगे।
कैलाश गहतोड़ी ने शोभा से कहा कि वह अगर चाहे तो बालातड़ी से चंपावत आकर अपने माता पिता के साथ रह सकती है। यहां उसकी पूरी देखरेख की जाएगी। अच्छी स्कूल में भी पढ़ाई का जिम्मा उनका रहेगा। विधायक ने यह भी कहा कि अगर शोभा चंपावत नहीं आना चाहती तो भी उसे फिक्र करने की जरूरत नहीं है। उसकी शिक्षा, पालन पोषण और माता पिता की दवाई की जिम्मेदारी उठाई जाएगी। इसके लिए वह हर महीने शोभा के खाते में उचित धनराशि देते रहेंगे।
विधायक कैलाश गहतोड़ी ने शोभा से अपना फोन नंबर साझा करते हुए कहा कि वह किसी भी जरूरत के लिए कभी भी उनसे संपर्क कर सकती हैं। आपके बता दें कि कैलाश चंद्र गहतोड़ी की एक बिटिया है, जिसे उन्होंने गोद लिया है। वह क्षेत्र के ऐसे सैकडों बच्चों की जिम्मेदारी उठाते हैं जिनका कोई नहीं है। या जिन्हें जीवनयापन में बहुत मुश्किलें आ रही हैं। विधायक गहतोड़ी चंपावत औऱ आसपास के ऐसे ही 143 बच्चों का पालन पोषण औऱ उनकी शिक्षा की जिम्दारी उठा रहे हैं। विधायक के इस नेक काम के लिए सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ हो रही है।