जोशीमठ त्रासदी: हमारे लिए हर एक मिनट महत्वपूर्ण, जानिए मुख्य सचिव को ऐसा क्यों कहना पड़ा
रैबार डेस्क: जोशीमठ में भू-धंसाव से विकराल होते हालात पर शासन प्रशासन बेचैन है। सीएम से लेकर मुख्यसचिव तक सब कसरत में हैं। इसी को देखते हुए सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने जोशीमठ भू-धंसाव पर शासन में उच्चाधिकारियों के साथ अहम बैठक ली। बैठक में संधू ने निर्देश दिए कि जोशीमठ मामले में हमारे लिए एक-एक मिनट बहुत महत्त्वपूर्ण है। प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को बिना किसी देरी के सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। chief secretary says every minute is so important for rehabilitation
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र को अविलम्ब खाली कराए जाने के निर्देश दिए। सीएस ने कहा कि , लोगों को जिस स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है, वहां पेयजल आदि की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पेयजल विभाग को भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र में टूटी पेयजल लाईनों, सीवर एवं विद्युत लाईनों आदि को भी दुरूस्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि भू-धंसाव के कारण पेयजल की टूटी लाइनों से भू-धंसाव बढ़ने और विद्युत लाईनों से प्रभावित क्षेत्र में जानमाल का नुकसान न हो इसके लिए लगातार क्षेत्र पर नजर बनाए रखते हुए उच्चाधिकारियों को भी क्षेत्र में बने रहने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने भू-धंसाव क्षेत्र में टॉ इरोजन (Toe Erosion) को रोकने के लिए आज से ही कार्य शुरू किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जिन भवनों में दरारें आ चुकी हैं और जर्जर हो चुके हैं, उन्हें शीघ्र ध्वस्त किया जाए ताकि वे भवन और अधिक नुकसान न करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषज्ञों आदि को प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने में समय न लगे इसके लिए चॉपर से पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने मैन पावर को बढ़ाकर कार्यां को शीघ्र पूर्ण किए जाने के भी निर्देश दिए।