गावों में गवर्मेंट: सीएम का आदेश गांवों में हो कैबिनेट मीटिंग, चौपाल भी लगेगी, गांव में रात्रि विश्राम करेंगे मुख्यमंत्री

रैबार डेस्क: जल्द ही आपके या आपके नजदीकी गांवों में सारा सरकारी अमला कैबिनेट बैठक करता दिख सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने ग्राम पंचायतों में मुख्ममंत्री चौपाल योजना शुरू करने के निर्देश दिए हैं। CM ORDERS TO HOLD CABINET MEETING IN VILLAGES HOLDING CHAUPALS ऐसी किसी चौपाल में खुद मुख्यमंत्री शामिल होंगे,जहां मुख्यमंत्री रात भी बिताएंगे। सीएम ने गांव में प्रदेश कैबिनेट की बैठक भी आयोजित करने का भी निर्देश दिया है। इस कैबिनेट में गांवों के विकास से संबंधित फैसले लिए जाएंगे।
सचिवालय में पंचायतीराज विभाग की समीक्षा के दौरान धामी ने कहा कि ग्राम पंचायतों के सुनियोजित विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ शुरू की जाएगी। समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के ऐसे गांव जो प्रथम (सीमांत) गांव हैं, उनके विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना’ शुरू की जाएगी। गांवों में स्वच्छता के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्यावरण मित्र’ योजना शुरू की जाएगी। योजना के तहत प्रदेश के सभी 7700 गांवों में एक-एक पर्यावरण मित्र की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा गांव में कैबिनेट और मुख्यमंत्री चौपाल की शुरुआत की जाएगी। वह खुद किसी गांव में जाकर चौपाल में शामिल होंगे और रात्रि विश्राम करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के ऐसे गांव जो प्रथम (सीमांत) गांव हैं, उनके विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना’ शुरू की जाएगी। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माणा में आयोजित कार्यक्रम में सीमाओं पर स्थित गांवों को अंतिम गांव की बजाय प्रथम गांव कहा था। ये गांव देश के प्रथम गांव के साथ प्रहरी भी हैं। हमारी पहली प्राथमिकता इन गांवों के विकास की होगी।
गांव मनाएंगे अपना स्थापना दिवस
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में इन विशेष दिवसों का चयन कर उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। ग्राम सभा का स्थापना दिवस उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इनमें उन गांवों के बाहर रहने वाले प्रवासी लोगों को प्रतिभाग करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया जाए, उच्चाधिकारी भी इनमें प्रतिभाग करें।
गांवों में लगेगी चौपाल सीएम ने कहा कि ग्राम पंचायतों का सुनियोजित विकास हो, इसके लिए चौपाल लगाई जाएं। चौपाल में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाए और अधिकारी भी चौपालों में प्रतिभाग करें। इसके लिए ग्राम सभावार रोस्टर बनाया जाए। स्थानीय ग्रामीण इन चौपालों में दिए जाने वाले सुझावों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए गांवों के विकास की कार्ययोजना तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के समग्र विकास के लिए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। कहा कि गांवों के विकास के लिए किसी गांव में एक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की जाए, जिसमें गांवों के विकास से संबंधित प्रस्ताव हों।
बैठक में विभागीय मंत्री सतपाल महाराज ने ग्राम प्रधानों को आपदा निधि के लिए 10-10 हजार रुपये देने का मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पर विचार करने का आश्वासन दिया।