हाइटेंशन लाइन से झुलसने का मामला: CM ने दिए जांच के आदेश, नपेंगे लापरवाह अफसर, मुआवाज़े का भी ऐलान।
युवक के हाईटेंशन लाइन से झुलसने का मामला। सीएम त्रिवेंद्र ने दिखाई सख्ती। उच्चस्तरीय जांच के आदेश। 4 लाख का मुआवजे का ऐलान।
देहरादून: हल्द्वानी में विगत दिनों हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक के झुलसने की घटना (electrocution by high tension line) को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने गंभीरता से लिया है। सीएम ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं, इसके लिए एक जांच समिति का गठन भी कर दिया गया है। सीएम ने मृतक के परिवार को 4 लाख का मुआवजा भी दिया है।।
गौरतलब है कि हल्द्वानी के टेडी पुलिया हाइडिल गेट बारीखत्ता निवासी कमल रावत (29) पुत्र एमएस रावत मंगल पड़ाव स्थित एक क्लीनिक में कंपाउंडर था। गत शुक्रवार को कमल साइकिल से ड्यूटी पर जा रहा था। सुबह करीब नौ बजे कमल जैसे ही वॉक मॉल के पास पहुंचा तभी वहां हाइटेंशन लाइन का तार टूटने से उसकी चपेट में आ गया और करंट से झुलसकर कमल की मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने ऊर्जा सचिव राधिका झा को पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिम्मेदार लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है। सीएम के निर्देशों पर ऊर्जा सचिव ने मुख्य अभियंता एमएल प्रसाद को जांच अधिकारी नामित कर उनसे रिपोर्ट मांगी है। एमएल प्रसाद मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।
इससे पहले अधिशासी अभियंता ग्रामीण अमित आनंद की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की प्रथमदृटया रिपोर्ट में एसएसओ की लापरवाही प्रतीत हुई है। फाइनल रिपोर्ट मिलने पर इस घटना के लिए जिम्मेदार लापरवाह अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निचले स्तर के तकनीकी अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाए। घटना में मृतक आश्रित को तत्काल चार लाख मुआवजा दिया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से भी सहायता की कोशिश की जाएगी।