चमोली आपदा: सुरंग में फंसे लोगों को बचाने की कवायद जारी, सीएम फिर से आपदाग्रस्त क्षेत्र के लिए रवाना, 202 लापता
चमोली : तपोवन में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा (Chamoli Disaster) के बाद राहत औऱ बचाव कार्य जोरों पर है। सेना के तीनों अंग, आईटीबीपी, और उत्तराखंड पुलिस के जवान मलबे मे फंसी जिंदगी बचाने में जुटे हैं। उधर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) आज फिर से आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। सीएम रातभर वहा रुककर रेस्क्यू मिशन का जायजा लेंगे।
ताजा जानकारी के मुताबिक अभी तक 202 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इनमे से 19 शव बरामद किए जा चुके हैं। इनमें 121 लोग ऋत्विक कंपनी औऱ उसकी सहयोगी कंपनी के हैं, जबकि 46 कामगर ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में काम कर रही कंपनी के हैं। जिस टनल में 35 के करीब मजदूर फंसे हैं, उसका मुहाना खुल गया है, जेसीबी मशीनों से अंदर पहुंचने की कोशिश की जा रही है। इसमें आईटीबीपी, भारतीय सेना के जवान, एसडीआरएफ के जवान कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। एसडीआरएफ क 5 टीमें अलकनंदा नदी के दोनों ओर वृहद सर्च ऑपरेशन चला रही है। संभावन जताई जा रही है कि कुछ लोग बहकर नीचे की ओर आ सकते हैं।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आज फिर आपदाग्रस्त क्षेत्र के लिए रवाना हो गए हैं। सीएम वहां रातभर रुककर आपदा प्रभावितों को ढांढस बंधाएंगे। साथ ही रेस्क्यू और राहत कार्यों की निगरानी भी करेंगे। खाद्य विभाग उत्तराखंड आज सुबह 9.30 बजे से ही प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री का वितरण कर रहा है। इसके लिए सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।