40 साल से लंबित मांग हुई पूरी, रक्षामंत्री ने किया IMA में दो अंडरपास का वर्चुअल शिलान्यास
IMA के बीचोंबीच गुजरता है NH-72 । लंबे समय से अंडरपास की मांग थी।
रक्षामंत्री ने किया वर्चुअल शिलान्यास। 45 करोड़ की लागत से बनेंगे अंडरपास।
रैबार ब्यूरो: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने सोमवार को उत्तराखंड की दशकों पुरानी मांग को पूरा किया। रक्षामंत्री ने देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री अकादमी (IMA) के निकट NH-72 पर दो अडंरपास (Under Pass) वर्चुअल शिलान्यास किया। 45 करोड़ की लागत से बनने वाले इन अंडरपास के निर्माण से न केवल शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी बल्कि आईएमए कैडेट्स की सुरक्षा भी सुदृढ़ होगी।
पिछले वर्ष दिसंबर में आयोजित आईएमए की पासिंग आउट परेड में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए थे। उस दौरान सीएम त्रिवेंद्र ने रक्षामंत्री से आईएमए के तीनों परिसरों के बीच दो अंडरपास बनाने का अनुरोध किया था जिसे रक्षामंत्री ने फौरन ही स्वीकार कर लिया था। आज इन्हीं दो अंडरपास का वर्चुअल शिलान्यास रत्रक्षामंत्री ने किया है। इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी सैन्य अधिकारियों के साथ आईएमए में मौजूद रहे।
आईएमए में बनने वाले दो अंडरपास वन-वे होंगे। एक का इस्तेमाल सड़क की दूसरी ओर के हिस्से से आने के लिए होगा। जबकि जाने वाला अंडरपास अलग होगा। इनके बनने से आईएमए का कैंपस परस्पर जुड़ जाएगा।
इस परियोजना पर 45 करोड़ रुपये की लागत आएगी और यह दो साल में पूरी हो जाएगी। बहुप्रतीक्षित परियोजना से आईएमए कैंपस के उत्तरी, दक्षिण और मध्य हिस्से आपस में जुड़ जाऐंगे। वर्तमान में आईएमए के दोनों हिस्सों के बीच में नेशनल हाइवे-72 गुजरता है। आईएमए कार्मिकों को दिन में कई बार ट्रैफिक को रोकना पड़ता है। इससे यह सुरक्षा के लिहाज से भी यह संवेदनशील हो जाता है। खासकर आईएमए परेड़ के दौरान परेड के दौरान आईएमए में सुरक्षा की दृष्टि से राज्य सरकार एवं सेना को भी चिंता रहती थी। वहीं आम लोगों यातायात प्रभावित होने से परेशान होना पड़ता है।
ये होंगे फायदे
इन अंडरपास के निर्माण से आईएमए कैंपस आपस मे जुड़ जाएगा। कैडेट निर्बाध रूप से एक हिस्से से दूसरे हिस्से में आवागमन कर सकेंगे। नेशनल हाइवे पर भारी ट्रैफिक के कारण कैडेट्स को होने वाली परेशानियां भी दूर होंगी। कैडेट्स की सुरक्षा भी मजबूत होगी। इसके साथ ही जदेहरादून को जाम से मुक्ति मिलेगी। आईएमए पासिंग आउट परेड के दौरान आम लोगों को होने वाली दिक्कतों को समाधान होगा। अंडरपास बनने से न केवल NH-72 से होकर जाने वाली उत्तराखंड की जनता को, बल्कि, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा आने-जाने वाले यात्रियों को भी बड़ा लाभ होगा।
शिलान्यास के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि आईएमए देश के प्रतिष्ठित सैन्य प्रतिष्ठानों मे से एक है। लेकिन यहां बीचों बीच नेशनल हाइवे गुजरने से हमारे कैडेट्स को कई परेशानियों कासामना करना पड़ाता था। साथ ही आम जनता को भी दिक्कतें होती थी। यहां पर अंडरपास की मांग 40 सालों स की जा रही थी, लेकिन अब जाकर उस पर काम हुआ। रक्षामंत्री न उम्मीद जताई कि दोनों अंडरपास का निर्माण तय समय सीमा में पूरा हो जाएगा।