12 घंटे में ही अपने फैसले से पलटी सरकार, चारधाम यात्रा पर फिलहाल रोक जारी रहेगी
रैबार डेस्क: चारधाम यात्रा को लेकर सरकार और हाईकोर्ट (govt vs highcourt on chardham yatra) के बीच रस्साकस्सी चल रही है। सोमवार दोपहर को कोर्ट ने 7 जुलाई तक चारधाम यात्रा पर रोक लगाई। लेकिन देर रात सरकार की नई एसओपी में 1 जुलाई से यात्रा शुरू करने की बात कही गई। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने भी हाईकोर्ट के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही। लेकिन 12 घंटे बाद ही सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा। मंगलवार को जारी संशोधित एसओपी में सरकार ने स्पष्ट किया है कि कोर्ट के आदेशों के मुताबिक फिलहाल चार धाम यात्रा पर रोक रहेगी।
उत्तराखंड हाईकोर्ट की रोक के बावजूद सोमवार रात करीब 10.30 बजे जो नई एसओपी जारी हुई उसमें, चारधाम यात्रा 1 जुलाई से शुरू करने की बात कही गई। लेकिन 12 घंटे बाद ही सरकार अपने फैसले से पलट गई। मंगलवार को जारी संशोधित एसओपी में स्पष्ट लिखा गया है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार अग्रिम आदेशों तक चारधाम यात्रा पर रोक जारी रहेगी।
इस मुद्दे पर सरकार की किरकिरी हो रही है। लगता है सरकार यात्रा जारी रखना चाहती है लेकिन कोर्ट का डर भी उसे सता रहा है। ये ड्रामा ब्यूरोक्रेसी पर भी सवाल उठा रहा है।क्या एसओपी जारी करने से पहले कोर्ट के आदेशों को ध्यान में नहीं रखा गया? कभी हां, कभी ना के दौर में लोगों में भी भ्रम पैदा हो रहा है। आखिर ऐसी क्या वजह है कि सरकार को 12 घंटे में ही अपना फैसला बदलना पड़ा।