National Games: शानदार शुरुआत के बाद जबरदस्त समापन समारोह की तैयारी, सज गया हल्द्वानी का चप्पा चप्पा

रैबार डेस्क: 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह को शानदार और यादगार बनाने की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, खेल मंत्री रेखा आर्य ने आज हल्द्वानी पहुंचकर समापन समारोह की तैयारियों का परखा। समापन समारोह में गृहमंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। इस दौरान बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर सिंह भी समारोह में चार चांद लगाएंगे।
28 जनवरी को देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय खेलों का भव्य आगाज किया था। अब समापन समारोह में 24 घंटे से कम समय बचा है। समापन समारोह की तैयारियों को परखने के लिए सीएम धामी गौलापार स्टेडियम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। सीएम धामी ने निर्देश दिए कि समापन समारोह के दौरान आमजन की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाए। सभी व्यवस्थाओं को पूरी तरह चाक-चौबंद रखा जाए।
निरीक्षण के बाद खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारे सभी मेहमानों ने माना है कि यह अब तक के सबसे भव्य राष्ट्रीय खेल हुए हैं, इसलिए हम खेलों का समापन भी शानदार तरीके से करने जा रहे हैं। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने इन खेलों में अपने सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं, जिससे समापन समारोह की खूबसूरती और ज्यादा बढ़ गई है।
समापन समारोह का कार्यक्रम दोपहर 2:00 बजे से शुरू होगा। सबसे पहले दिगारी ग्रुप और श्वेता माहरा की परफॉर्मेंस रहेगी। इसके बाद औपचारिक आयोजन करीब सवा घंटे तक चलेगा। अंत में बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर जलवा बिखेरेंगे।
उत्तराखंड के परंपरागत योगासन का भी समापन समारोह में विशेष प्रदर्शन किया जाएगा। समापन समारोह में उत्तराखंड के सभी पदक विजेताओं को आमंत्रित किया गया है। समापन समारोह में उन सभी खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अपने इवेंट्स में पिछले नेशनल रिकॉर्ड तोड़े हैं। आखिर में 39वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए खेलों का ध्वज सौंपा जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह खुद मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को 39वें राष्ट्रीय खेल का ध्वज सौंपेंगे

समापन समारोह के लिए हल्द्वानी शहर के चौक चौराहों औऱ सड़को को सजाया गया है। चौराहों पर पारंपरिक पहाड़ी संस्कृति की झलक उकेरी गई है। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। समापन समारोह में करीब 15000 लोगों के आने की संभावना है।