हरीश रावत की अपनी ही पार्टी को खरी खरी, कहा मेरे खिलाफ काम कर रहा संगठन

रैबार डेस्क: विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ते ही राजनीतिक दलों में अंदरखाने हलचल तेज हैं। कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने फिर एक बार अपने संगठन को निशाने पर लिया है। दरअसल पिछले दिनों (Harish Rawat hints Congress organization working against him) देवभूमि डायलॉग पोर्टल के सर्वे में हरीश रावत को सीएम के तौर पर जनता की पहली पसंद बताया गया था। तभी से हरीश रावत इसे भुनाने में जुटे हैं, और गाहे बगाहे कांग्रेस संगठन औऱ आलाकमान को संकेत दे रहे हैं, कि अब उनके नाम की घोषणा करने में देरी न करें।
हरीश रावत ने फेसबुक पोस्ट के जरिए अपने मन की बात साझा की है। हरीश रावत ने लिखा है कि संगठन उनका सहयोग करने के बजाए मुंहफेर कर खड़ा हो रहा है और नेगेटिव पब्लिसिटी कर रहा है। हरीश रावत ने लिखा है,
है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है! फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उपापोह की स्थिति में हूंँ, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे !

चुनाव से पहले कांग्रेस में घमासान के पीछे नेतृत्व की जिम्मेदारी ही मानी जा रही है। हरीश रावत तमाम सर्वे का हवाला देकर चाहते हैं कि पार्टी उन्हें सीएम पद का दावेदार घोषित करे या उनकी भूमिका तय कर दे। लेकिन कांग्रेस गुटबाजी बढ़ने के डर से ऐसा नहीं कर रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव हरीश रावत की खिलाफत में काम कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो हरीश रावत ने हाईकमान को बता दिया है कि प्रदेश प्रभारी उके खिलाफ काम कर रहे हैं।