अवैध मदरसे में हो रहा था बच्चों का शोषण, मदरसा सील, 22 लड़कियों समेत 24 बच्चे छुड़ाए गए
रैबार डेस्क: मासूम बच्चों के उत्पीड़न के लिए बदनाम उत्तराखंड में चल रहे अवैध मदरसों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पिछले नौ दिनों के भीतर उत्तराखंड में तीन अवैध मदरसे सील किए गए हैं। जिनसे 48 बच्चों को छुड़ाया गया है। इसमें करीब ज्यादातर नाबालिग बच्चियां शामिल हैं
ताजा मामला ऊधमसिंहनगर के किच्छा का है। यहां सिरौलीकलां क्षेत्र में मदरसे की आड़ में दर्जनों मासूमों का भयंकर शोषण हो रहा था। पुलिस की मानें तो उत्तराखंड और दूसरे राज्यों से बच्चों को बहला फुसलाकर यहां लाया जाता था। उन्हें तालीम का लालच दिया जाता था। और उसके बाद उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था।
ऊधम सिंह नगर पुलिस ने ऐसे ही एक अवैध मदरसे को सील किया है। यहां बंधख बनाकर रखे गए 24 बच्चों को छुड़ाया गया है। हैरानी की बात ये है कि इनमे से 22 बच्चियां थी, जिनको अंधेरे कमरे में छुपाकर रखा गया था। पुलिस के साथ एंटी ह्यूमन ट्रैफेकिंग यूनिट, अल्पसंख्यक विभाग, बाल संरक्षण आयोग की टीम ने अवैध मदरसे पर छापा मारा तो टीम हैरान रह गई। मदरसे का न तो कोई रजिस्ट्रेशन था और न ही कोई मान्यता। यहां बच्चों को जबरन बंधक बनाकर रखा गया था और उनसे तमाम काम करवाए जा रहे थे। यहां कि बच्चों से मदरसे के टॉयलेट तक साफ कराए जाते थे। छापेमारी के दौरान मदरसा संचालक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन मुख्य आरोपी फरार है।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले नैनीताल के ज्योलीकोट में भी अवैध मदरसे का भंडाफोड़ हुआ था। यहां भी बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था। इन बच्चों को कीड़े वाला गंदा पानी पिलाया जा रहा था और इनका शोषण किया जा रहा था। आवाज उठाने पर बच्चों के साथ मारपीट भी की जाती थी। बहरहाल ऐसे तमाम अवैध मदरसों के खिलाफ पुलिस एक्शन में दिख रही है। अभी तक अवैध मदरसों से 48 बच्चों को छुड़ाया गया है,