केदारनाथ धाम के गेट पर ताला लगने से भड़के तीर्थ पुरोहित, देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ दिया धरना
रैबार डेस्क: केदारनाथ धाम (kedarnath dham gate lock) के गेट पर देवस्थानम बोर्ड (devasthanam board) द्वारा ताला लगाए जाने पर शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। तीर्थपुरोहितों (teerth purohit) व हक हकूक धारियों ने मंदिर के अंदर प्रवेश की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया। तीर्थ पुरोहितों ने देव स्थानम बोर्ड के खिलाफ केदारनाथ मंदिर के मुख्य गेट के आगे धरना भी दिया। वर्तमान में कोविड कई वजह से सीमित लोगों को ही मंदिर के भीतर प्रवेश की अनुमति है।
केदारधाम के मुख्य गेट के बाहर ताला लगाने से तीर्थ पुरोहित आक्रोशित हो उठे। उन्होंने सुबह मंदिर परिसर में धरना दिया। तीर्थ पुरोहितों ने आरोप लगाया कि देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारी पूजा-अर्चना नहीं करने दे रहे हैं। जबकि वे लोग सरकार की गाइडलाइन का पूरा पालन कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार की गाइडलाइन में भी साफ है कि तीर्थ पुरोहित केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकते हैं। इसके बाजवूद उन्हें मंदिर में जाने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बोर्ड को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि तीर्थ पुरोहित सदियों से भगवान केदार की पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। इसके चलते वह बाबा केदार की पूजा नहीं कर पा रहे हैं। इस दौरान पुरोहितों ने बताया कि जब वे जल लेकर मंदिर में पहुंचे तो मंदिर में ताला लगा हुआ था।
17 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने के बाद से देवस्थानम बोर्ड के पुजारी और वेदपाठी रोजाना पूजा-अर्चना कर रहे हैं। कोविड की गाइडलाइन के अनुसार पूजा की जा रही है। फिलहाल उत्तराखण्ड सरकार ने यात्रा को स्थगित किया हुआ है केदारनाथ धाम के कुछ तीर्थ पुरोहित कपाट खुलने के समय से धाम में मौजूद हैं, लेकिन देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारियों ने तीर्थ पुरोहितों की मंदिर के भीतर आवाजाही पर रोक लगा रखी है।