मंत्री बोलीं, निमंत्रण दिया है, किसी की कनपटी पर गन रखकर नहीं बुलाया
रैबार डेस्क: उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के साथ विवादों का चोली दामन का साथ रहा है। ताजा विवाद मंत्री के कार्यालय द्वारा जारी एक आदेश से है। इस आदेश में बरेली में आयोजित होने वाले एक निजी कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों को को निमंत्रण दिया गया है। (Rekha arya in controversy on viral letter for private function) कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया तो जवाब में मंत्री ने कहा कि यह स्वैच्छिक निमंत्रण है किसी की कनपटी पर बंदूक रखकर मैनें नहीं बुलाया।
मंत्री के उत्तर प्रदेश स्थित बरेली आवास में धार्मिक अनुष्ठान के लिए विभागीय पत्र जारी किया गया है। विभागीय पत्र में विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारियों को 04 अगस्त से 09 अगस्त तक विभागीय मंत्री रेखा आर्य के बरेली स्थित निजी आवास में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। विभागीय पत्र जारी करने के बाद विपक्ष को मुद्दा मिल गया है। खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री के निजी आवास पर धार्मिक अनुष्ठान के लिए सरकारी चिट्टी को निमंत्रण बनाने और इसकी भाषा पर विपक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई है।
रेखा आर्या बोलीं कनपटी पर बंदूक नही लगाई
इस मामले को लेकर जब पत्रकारों ने खाद्य मंत्री रेखा आर्य से सवाल किया तो उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहती है कि मैंने किसी की कनपटी पर बंदूक रखकर निमंत्रण नहीं दिया है, जिसको आना है वह अपनी मर्जी से आ सकता है। हालांकि, वह कहती हैं कि वह पता करेंगे कि यह पत्र किस स्तर पर लिखा गया है। मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि यह व्यक्तिगत कार्यक्रम है। जिसे वह अपने खर्च से आयोजित करवा रही हैं। उन्होंने विपक्ष को बेवजह इस मामले को तूल देने का आरोप लगाया है।
बेटी बचाओ के लिए मंत्री की कांवड़ यात्रा
उधर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तहत मंत्री रेखा आर्या कांवड़ यात्रा आयोजित कर रही हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के दृष्टिगत “मुझे भी जन्म लेने दो,शिव के माह में शक्ति का संकल्प को पूरा करने के लिए मंत्री रेखा आर्या 26 जुलाई को हरिद्वार से ऋशिकेष तक 25 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा करेंगी। लेकिन इस यात्रा के लिए जारी आदेश भी विवादों में घिर गया है। मंत्री के दफ्तर से जारी आदेश में विभाग के तमाम कर्मचारियों, आंगनवाड़ी कार्यक्रियों को अपने अपने नजदीकी शिवालयों में बेटी बचाओ की थीम पर कांवड़ करने और उसकी फोटो उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया गया है। कांग्रेस ने इस आदेश पर भी सवाल उठाए हैं।