चमोली आपदा : कुछ देर रुकने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन दोबारा शुरू, धौलीगंगा के जलस्तर में सामान्य वृद्धि
चमोली: चमोली आपदा (Chamoli Disaster) के बाद गुरुवार को राहत औऱ बचाव कार्य को उस वक्त अचानक रोक देना पड़ा जब धौलीगंगा के जलस्तर में अचानक से वृद्धि हो लगी। हालांकि कुछ देर बार बचाव एजेंसियों ने दोबोरा रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation Tapovan Tunnel) शुरू कर दिया है। जलस्तर बढ़ने से अचानक अफरातफरी का मौहाल हो गया। प्रशासन ने अलर्ट जारी करके घटनास्थल से सभी लोगों को हटा दिया।
गुरुवार को दोपहर बाद अचानक धौलीगंगा के जलस्तर में वृद्धि देखी गई। माना जा रहा है कि 7 फऱवरी की आपदा के बाद कहीं चट्टान खिसकने के कारण रुका पानी अचानक तीव्र गति से नदी में आ गया हो। पानी बढ़ते ही चमोली पुलिस ने सभी अलर्ट जारी कर दिया था। आनन फानन में तपोवन में जेसीबी मशीन, उपकरण और बचाव दल सुरंग से बाहर निकाले गए। बचाव अभियान को कुछ देर रोक देना पड़ा।
हालांकि राहत की बात ये है कि पानी का स्तर समान्य होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन दोबारा शुरू कर दिया गया है। ताजा अपडेट के अनुसार अभी केवल उन्हीं जवानों को टनल के क्षेत्र में जान दिया जा रहा है जो राहत औऱ बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। बाकी जवानों को यहा से दूर किया गया है। मीडिया को भी वहां नजकीकी स्थानो से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि तपोवन टनल में 35 मजदूरों के फंसे होने की आशंका है जिनके बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
उधर प्रभावित क्षेत्र में आईटीबीपी, सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन दिन-रात काम कर रहे हैं। जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी को श्रमिकों के लिए भोजन और परिवहन की व्यवस्था करने का जिम्मा दिया गया है। हादसे के बाद अभी तक कुल 204 लोग लापता हैं। इनमें से 35 के शव बरामद किए गए हैं, जबकि तपोवन सुरंग के अंदर 25 से 35 लोग फंसे हुए है। 169 लोगों का अभी भी पता नही चल सका है।