उत्तराखंड में अभी नहीं खुलेंगी स्कूलें, सभी पक्षों से राय लेकर कैबिनेट करेगी स्कूल खोलने पर फैसला: शिक्षामंत्री
देहरादून: कोरोना संकट (corona pandemic) में अनलॉक की प्रक्रिया के बीच उत्तराखंड में अभी स्कूल नहीं खोले जाएंगे। (School Opening in Uttarakhand) सरकार इस पर एक हफ़्ते बाद फिर से विचार करेगी। शिक्षा मंत्री (Education Minister) अरविंद पांडे (Arvind Pandey) ने यह साफ़ कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा, और सभी पक्षों से व्यापक विचार विमर्श के बाद ही स्कूल खोलने पर फैसला लिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने आज स्कूल खोले जाने को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी ज़िलों के ज़िलाधिकारियों को ज़मीनी हकीकत की पड़ताल कर एक हफ़्ते में रिपोर्ट देने को कहा गया है। फिलहाल स्कूल नहीं खोले जाएंगे। सभी ज़िलों से डीएम की रिपोर्ट आने के बाद कैबिनेट इस पर विचार करेगी और फिर फ़ैसला करेगी कि प्रदेश में स्कूल कब से खोलने है औऱ किस प्रक्रिया से खोलने हैं।
फिलहाल 3 फ़ेज़ में स्कूल खोलने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा था। जिसमें पहले फ़ेज़ में क्लास 9 से 12 , दूसरे फ़ेज़ में 6 से 8 क्लास और तीसरे फ़ेज़ में एल के जी से पांचवीं क्लास तक के बच्चों को स्कूल बुलाने का विचार किया रहा था। लेकिन फिलहाल इस फैसले को होल्ड पर रख दिया गया।
शिक्षा मंत्री न बताया कि आगे भी सभी स्कूलों में कोविड-19 के लिए जरूरी सभी प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। अभिभावकों की अनुमति बिना किसी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
डीएम से मांगी रिपोर्ट
स्कूल खोलने को लेकर शिक्षामंत्री ने सभी ज़िलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे एक हफ्ते के अंदर पेरेंट्स एसोसिएशन और प्राइवेट स्कूल के डेलीगेट्स से बात कर लें। स्कूलों और ज़िले के हालात की ठीक से पड़ताल कर लें और फिर रिपोर्ट दें। इसके बाद ही होगा फैसला कि किस तरह से बच्चों की पढ़ाई आगे करवाई जाएगी। कोचिंग इंस्टीटूट को लेकर भी कोई फैसला डीएम की रिपोर्ट के आधार पर ही होगा
सादगी से मनाएं गांधी जयंती
शिक्षा मंत्री ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर सिर्फ शिक्षकों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सादगी से कार्यक्रम करने के निर्देश दिए हैं। इसमें किसी भी बच्चे को शामिल नहीं किया जाएगा।