E-Pass के विरोध में 2 अक्टूबर को बद्रीनाथ धाम में बंद रहेंगे बाजार, व्यावसायिक प्रतिष्ठान
रैबार डेस्क: चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं के आने का तांता लगा है। लेकिन सीमित संख्या में दर्शन की अनुमति और ई पास की बाध्यता से यात्रियों को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं ( shops in Badrinath to be closed against e-pass system)। इस बात से स्थानीय व्यापारी और हक हकूकधारी भी परेशान हैं। बद्रीश संघर्ष समिति ने ई-पास के विरोध में 2 अक्टूबर को बद्रीनाथ धाम का पूरा बाजार और प्रतिष्ठान बंद रखने का ऐलान किया है।
ई पास की उपलब्ध न होने के कारण कई श्रद्धालुओं को वापस लौटाया जा रहा है। इससे यात्रियों को तो परेशानी हो ही रही है, चारधाम यात्रा से जुड़े व्यापारियों और हक हकूक धारियों की आजीविका पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कई होटलों व लॉज में बुकिंग हो रखी है, लेकिन यात्रियों को लौटाए जाने से यात्री पहुंच ही नहीं रहे।इस बात को लेकर चारोंधामों के व्यापारी, होटल व्यवसायी नाराज हैं। बार बार बुकिंग कैंसिल होने से उनकी आर्थिकी को चोट पहुंच रही है।
बद्रीनाथ संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता ने बताया कि चार माह बाद सरकार ने यात्रा शुरू की, लेकिन ई-पास की अनिर्वायता ने यात्रा को फीका कर दिया है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने में अक्तूबर का ही महीना बचा है। ऐसे में स्थानीय व्यापारी और लोग परेशान हैं। ई-पास की व्यवस्था के कारण श्रद्धालु निर्धारित संख्या में भी बदरीनाथ नहीं पहुंच पा रहे हैं। महज 200-300 लोग की दर्शन कर पा रहे हैं। जबकि करीब 600 से अधिक दर्शनार्थी वापस लौट रहे हैं। इसी के विरोध में 2 अक्टूबर को बद्रीशपुरी क्षेत्र में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है। इस दिन समिति के बैनर पर ई-पास के विरोध में होटल, लॉज, व्यापारिक प्रतिष्ठान के बंद के साथ ही जुलूस प्रदर्शन भी किया जाएगा। उन्होंने सरकार से ई-पास की व्यवस्था को पूरी तरह से हटाने की मांग की है।