अमावस्या श्राद्ध पर बद्रीनाथ धाम में शहीदों को दिया गया तर्पण, कोरोना से मृत लोगों का भी श्राद्ध किया गया
रैबार डेस्क : आज पितृ पक्ष खत्म हो रहा है। अमावस्या तिथि को पितृ विसर्जन के साथ ही पितृ देव अपने धाम को चले जाते हैं। बद्रीनाथ धाम में भी भारतीय सेना के शहीद जवानों तथा कोरोना से (Tarpan given to army martyr jawans) काल कलवित हुए लोगों की आत्मा की शांति हेतु पिंडदान दिया गया।
बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने ब्रह्मकपाल पर शहीदों को तर्पण दिया। माना जाता है कि अगर भूलवश किसी पितृ को नियत तिथि पर श्राद्ध या पिंडदान नहीं दिया गया, तो अमावस्या श्राद्ध पर यह कार्य किया जा सकता है। इससे समस्त पितरों को शांति मिलती है।
धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने यह पुण्य कार्य किया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भारतीय सेना के शहीद जवानों तथा कोरोना काल में अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए लोगों को अलकनन्दा तट पर तर्पण दिया गया। इस अवसर पर धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने मृत आत्माओं की शांति की कामना की। तथा भगवान बद्रीनाथ से सीमा पर देश की रक्षा में तैनात हमारे वीर जवानों की सलामती की प्रार्थना की।