2024-05-03

भावपूर्ण श्रद्धांजलि: प्रतापनगर-कंगसाली स्कूल वैन हादसे का एक साल, नहीं भरे ज़ख्म

रैबार डेस्क:  उस मनहूस सुबह को एक साल बीत गया। 6 अगस्त 2019 की सुबह टिहरी के प्रतापनगर क्षेत्र के कंगसाली के लोगों के लिए बुरा सपना बनकर आई। लोगों की आखों के सामने हंसते मुस्कराते स्कूल जा रहे उनके चिराग बुझ गए। ओवरलोडिंग औऱ ड्राइविंग में लापरवाही 10 मासूमों की जिंदगियां लील गई। जो घायल हुए उनके दिल में हमेशा के लिए खौफ पैदा कर गई। आज प्रतापनगर के कंगसाली में हुई स्कूल वैन दुर्घटना को एक साल बीत गया। आज भी सवाल, सवाल बनकर ही रह गया कि आखिर गलती किसकी थी? ड्राइवर की, स्कूल की या बदहाल व्यवस्था की? ।

6 अगस्त की सुबह मदन नेगी के एक मॉडर्न स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे एक वैन मे सवार होकर निकले। वैन में जितनी क्षमता थी, उससे ज्यादा बच्चों को लाद दिया गया। 9 सीट वाली वैन में 18 बच्चे ठूंस दिए गए। यह कोई पहली बार नहीं था, यह वहां रूटीन था, लेकिन बदकिस्तमती उस दिन बच्चों के साथ थी। वैन अभी कंगसाली से कुछ ही दूर निकली थी, कि अनाडी ड्राइवर लापरवाह होकर चलने लगा। अचानक वैन 400 मीटर गहरी खाई मे जा गिरी। गांव से लोगों ने वैन को लुढ़कते देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। एक एक कर 10 मासूमों ने दम तोड दिया। जिन आंखों में ख्वाब भरे थे, कल का उम्मीद भरा सवेरा भरा था, वो सपने चकनाचूर हो गए। उन आंखों के लिए स्कूल का यह सफर जिंदगी का आखिरी सफर साबित हुआ। ड्राइवर ने वैन से कूदकर जान बचा ली लेकिन मासूम जिंदगियों को मौत की खाई में धकेल दिया।

इस घटना पर सियासत भी खूब हुई सरकार ने मुआवजे का मरहम जरूर लगाया। केंद्र सरकार ने भी दो दो लाख का मुआवजा दिया, राज्य सरकार ने भी 2-2 लाख का मुआवजा दिया। लेकिन कंगसाली के लोगों के जख्म अभी मानों हरे हैं। इस हादसे में जिम्मेदार कौन ता, ड्राइवर? उस पर क्या कार्रवाई हुई? जिस स्कूल की मान्यता लेकर ही विवाद था उस पर क्या एक्शन हुआ। मान्यता खत्म तो कर दी गई लेकिन क्या ऐसी व्यनवस्थ बनी क आगे से ऐसे हालात न बनें? प्रभारी आरटीओ और कुछ पुलिसकर्मियों को स्सपेंड किया गया लेकिन क्या चेकिंग का नियमित रूटीन बन पाया? ऐसे कई सवाल सामने आएंगे।

बहरहाल हम ईश्वर से प्रार्थन करते हैं औऱ सरकार से उमीद करते हैं कि ऐसे हालात पनपनें दें। हर एक की जिम्मेदारी तय की जाए। कंगसाली स्कूल वैन हादसे में मारे गए सभी नौनिहालों को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।

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