राहत: कोरोना संक्रमण रोकने में तीसरे स्थान पर उत्तराखंड, टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ी, 50% मरीज हुए स्वस्थ
कोरोना संक्रमण रोकने में उत्तराखंड को बड़ी कामयाबी मिलती दिख रही है। एक तरफ राज्य में कोरोना टेस्टिंग की दर बढ़ी है वहीं दूसरी ओर संक्रमण रोकने में उत्तराखंड देश के शीर्ष तीन राज्यों में शामिल है। राज्य में
कोरोना संक्रमण के मामले दोगुना होने की दर 26.6 दिन है। यानी संक्रमण दोगुना होने में करीब 27 दिन लग रहे हैं जबकि देशभर में मात्र 7.5 दिनों में मामले दोगुने हो रहे हैं।
गृह मंत्रालय के आंकलन के मुताबिक संक्रमण दोगुना होने की दर केरल में सबसे ज्यादा 72 दिन जबकि ओडिशा में 38 दिन है। उत्तराखंड में यह दर 26.6 दिन है। प्रतिशत के हिसाब से शुरुआत में राज्य की संक्रमण दर 1.9 प्रतिशत थी जो अब घटकर 1.4 फीसदी तक आ गई है। ख़ास बात ये है कि राज्य के 7 पहाड़ी जिले कोरोना संक्रमण से अछूते रहे हैं। राज्य के पौड़ी जिले में 28 दिन और अल्मोड़ा में 16 दिनों से कोरोना का कोई नया पॉजिटिव केस नहीं आया है। राज्य में 7 जिले उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ जिले ग्रीन कैटेगरी में शामिल हैं, जबकि पौड़ी व अल्मोड़ा जल्द ही ग्रीन जोन में शामिल हो सकते हैं।
उत्तराखंड में टेस्टिंग की दर भी बढ़ी है, पहले केवल हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में ही जांच हो पा रही थी, अब एम्स ऋषिकेश और एक निजी लैब में भी टेस्टिंग हो रही है। इसी कारण पिछले एक सप्ताह में 1350 लोगों की टेस्टिंग हो सकी।
राज्य में बुधवार तक कुल 4275 सैम्पल लिए गए हैं, जिसमें 46 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। राहत की बात ये है कि अब तक 23 लोग ठीक हो चुके हैं। यानी ठीक होने की दर भी 50%। राज्य में फिलहाल 23 एक्टिव केस हैं।