नमामि गंगे: PM मोदी ने उत्तराखंड में किया 6 एसटीपी का लोकार्पण, PM ने थपथपाई CM की पीठ
PM ने किया उत्तराखंड में 6 STP का लोकार्पण। जगजीतपुर प्लांट देश का पहला चार मंजिला STP
उत्तराखंड की सीवरेज ट्रीटमेंट क्षमता 4 गुना बढ़ी।
हरिद्वार: उत्तराखंड में नमामि गंगे (Namami Gange) के कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को उत्तराखंड (Uttarakhand) में नमामि गंगे मिशन (Namami Gange Mission) के तहत 6 मेगा प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। इनमें जगजीतपुर सीवेज ट्रीटमेट प्लांट (STP) समेत 5 अन्य एसटीपी भी शामिल हैं। यह देश का पहला चार मंजिला एसटीपी होगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने गंगा को समर्पित एक म्यूजियम गंगा अवलोकन का भी लोकार्पण किया। यह म्यूजियम हरिद्वार में गंगा तट पर चांदनी घाट पर बना है।
इन प्रोजेक्ट का हुआ लोकार्पण
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम ने इन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। इस अवसर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत दिल्ली से तथा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी सचिवालय से जुड़े थे। आज जिन एसटीपी प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई उनमें शामिल हैं-
1. जगजीतपुर, हरिद्वार में 230.32 करोड़ रुपये की लागत से बना 68 मेगालीटर और 19.64 करोड़ रुपये की लागत से बना 27 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट।
2. सराय, हरिद्वार में 12.99 करोड़ की लागत से बना 18 एमएलडी एसटीपी।
3. चन्द्रेश्वर नगर, ऋषिकेश में 41.12 करोड़ की लागत से बना 7.50 एमएलडी एसटीपी।
4. लक्कड़घाट, ऋषिकेश में 158 करोड़ रुपये की लागत से बना 26 एमएलडी एसटीपी।
5. बद्रीनाथ में 18.23 करोड़ रुपये से बना 1MLD का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट।
6. मुनी की रेती, टिहरी में 39.32 करोड़ रुपये लागत से 5 मेगालीटर का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में गगा के उद्गम से लेकर गंगासागर तक देश की लगभग आधी आबादी की प्यास गंगा के पानी से बुझती है। पिछले दशकों में गंगा की सफाई के लिए चलाए गए अभियानों में न तो जन भागीदारी थी और न ही दूरदर्शिता, हम नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नमामि गंगा मिशन सिर्फ गंगा की सफाई तक सीमित नहीं है ये देश का सबसे बड़ा नदी संरक्षण कार्यक्रम है। आज मां गंगा की निर्मलता को सुनिश्चित करने वाले 6 प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं।
उत्तराखंड में एसटीपी क्षमता में 4 गुना बढ़ोतरी
पीएम ने कहा कि नमामि मिशन योजना के तहत कई प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और कई पर काम चल रहा है। पिछले 6 सालों में उत्तराखंड की सीव्रेज ट्रीटमेंट की क्षमता लगभग 4 गुना हो गई है। उत्तराखंड में गंगोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ से हरिद्वार तक 130 से अधिक नाले गंगा जी मे गिरते थे। आज इन नालों में से अधिकतर को रोक दिया गया है। आज से यहां देश का पहला चार मंजिला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू किया गया है।
उत्तराखंड की पीठ थपथपाई
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन का लोगो भी लॉन्च किया। पीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन भारत के गांवों में हर घर तक साफ पानी पहुंचाने का एक बहुत बड़ा अभियान है। पीएम ने उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड में जलजीवन मिशन को साकार करने की दिशा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनकी टीम ने एक कदम आगे बढ़ाया है। राज्य सरकार ने मात्र एक रुपए में पानी का कनेक्शन देने का बीड़ा उठाया है। पीएम ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार ने कोरोना के संकटकाल में भी 5 महीनों में 50 हजार परिवारों को पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराया है।
नमामि गंगे के तहत उत्तराखण्ड में हुए बड़े काम: CM
इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड में गंगा किराने बड़े पैमाने पर औषधीय पौधे और आर्गेनिक खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उत्तराखंड में जो नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बने हैं, वे सभी अत्याधुनिक हैं। इनके जरिए सॉलिड वेस्ट को कम्पोस्ट के रूप में बदला जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने बताया कि राज्य सरकार ने गंगा में गिरने वाले 135 गंदे नालों में से अब तक 128 नालों को रोक दिया है। साथ ही नमामि गंगे की 19 में से 15 योजनाएं भी पूर्ण हो चुकी हैं। राज्य सरकार द्वारा गंगा किनारे 21 स्नानघाट और 23 मोक्षधामों का निर्माण करवाया है।