सीएम ने किया योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन का निरीक्षण, देखिए इस स्टेशन की खूबसूरत तस्वीरें
ऋषिकेश : उत्तराखंड की लाइफलाइन कहे जाने वाली ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज इस परियोजना के पहले रेलवे स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश का मुआयना किया। सीएम त्रिवेंद्र ने इस अवसर पर रेलवे स्टेशन पर वृक्षारोपण भी किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने रेल विकास निगम लि. के अधिकारियों से रेलवे स्टेशन में अवस्थापना सुविधाओं की जानकारी ली।
16 हजार करोड़ रुपए की परियोजना के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद प्रदेशवासियों को आवागमन की सुविधा तो होगी ही, साथ ही श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को भी काफी सुविधा होगी। उत्तराखंड में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई अहम प्रोजेक्ट पर तत्परता से काम करने के लिए सीएम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी आभार जताया।
125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन पर 12 स्टेशन बनाये जा रहे हैं। जिसमें से 105 किलोमीटर का ट्रैक 17 सुरंगों से गुजरेगा।
भव्य रेलवे स्टेशन पर कई सुविधाएं
भव्य रूप में नजर आ रहे योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन में पर्यावरण, सौंदर्य और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। रेलवे स्टेशन के निर्माण में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया है। बुजुर्गों व दिव्यागों के हिसाब से अलग से यूटिलिटी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के बाद चन्द्रेश्वर नगर, ऋषिकेश में बन रहे 7.5 एमएलडी के मल्टीपर्पज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण भी किया। यह एसटीपी नमामि गंगे योजना के तहत उत्तराखण्ड पेयजल निगम द्वारा बनाया गया है। 12 करोड़ रूपये की लागत के इस एसटीपी से चन्द्रेश्वर नाला, ढ़ालवाला नाला एवं श्मशान घाट नाला को टेप करने के बाद शोधन किया जा रहा है। शोधित जल की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप होने पर गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। यह भारत का पहला एसटीपी है, जिसे बहुमंजिला ईमारत के रूप में तैयार किया गया है। इसकी ऊंचाई 21 मीटर है।