2024-05-02

गंभीर बीमारी से जूझ रहे ढोलवादक के संकटमोचक बने CM, इलाज के लिए एम्स में कराया भर्ती, इलाज का खर्च उठाएगी सरकार

देहरादून: विरोध भले ही कुछ भी कहते रहें मगर उत्तराखंड के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत हमेशा एक बड़ी लकीर खींचकर आगे बढ़ जाते हैं। सीएम त्रिवेंद्र (CM Trivendra Singh Rawat) ने एक बार फिर से मानवता का परिचय देते हुए, गंभीर बीमारी से जूझ रहे एक गरीब ढोल वादक (drum player Dhoom Lal) की मदद की है। सीएम के इस कदम के लिए सोशल मीडिया पर  जमकर सराहना हो रही है।

पर्वतीय लोक कला और लोक कलाकारों (uttarakhand culture) के हित के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हमेशा आगे रहे हैं। इस बार भी संस्कृति का वाहक चमोली जिले का एक ढोलवादक परेशानी में दिखा, तो सीएम मदद के लिए आगे आए। दरअसल चमोली जिले के उर्गम घाटी के रहने वाले मशहूर ढोलवादक धूमलाल रीढ़ की हड्डी के पैरालिसिस से जूझ रहे हैं। गरीबी के साथ साथ कोरोना की मार के चलते इलाज करवा पाना संभव नही था। आलम यह था कि धूम लाल बिस्तर तक से नही उठ पा रहे थे। धूमलाल ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई। उनका कहना है कि संस्कृति विभाग से एक साल से पेंशन नहीं मिली है। इन परिस्थितियों में इलाज कराना असंभव हो रहा है। इसलिए इलाज में मदद करें।

धूमलाल की यह गुहार जैसे ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र तक पहुंची उन्होंने फौरन धूमलाल के उचित उपचार कराने के निर्देश दिए। सीएम ने डीएम चमोली को निर्देशित किया कि फौरन ही धूमलाल को उपचार के लिए ऋषिकेश एम्स पहुंचाने का प्रबंध किया जाए। मंगलवार को धूमलाल को एम्स लाया गया जहां उनका उपचार चल रहा है।

सीएम ने धूमलाल के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए डॉक्टरों को भी उचित इलाज के निर्देश दिए हैं। यही नहीं धूमलाल के इलाज पर आने वाले खर्च को भी मुख्यमंत्री राहत कोष से वहन किया जाएगा। सीएम ने धूमलाल को संस्कृति विभाग से दी जाने वाली पेंशन के अविलम्ब भुगतान के निर्देश भी संस्कृति विभाग को दिए हैं।

गौरतलब है कि उर्गम के रहने वाले धूमलाल मुखौटा नाटकों एवं नंदा राजजात व लोकजात यात्राओं के प्रसिद्ध ढोलवादक हैं। मुख्यमंत्री द्वारा लोक संस्कृति के वाहकों की फिक्र औऱ उनकी मदद के लिए सदैव तत्पर रहने की शैली ने लाखों संस्कृति प्रेमियों का दिल जीता है।

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