2024-05-03

पौड़ी के दूरस्थ गांव में डीएम ने लगाई रात्रि चौपाल, लापरवाही पर आशा, आंगनवाड़ी कार्यकत्री का वेतन रोका

dm pauri night chaupal in remote village

रैबार डेस्क:  पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी आशीष चौहान ने जनता की शिकायतों को सुनने के लिए नायाब पहल शुरू की है। पौड़ी डीएम ने थैलीसैंण ब्लॉक के दूरस्थ गांव जल्लू में रात्रि चौपाल लगाई और लोगों की शिकायतों को सुना। (dm pauri hold night chaupal in remote village hear public grievances) इस दौरान डीएम ने महिलाओं के टीकाकरण में लापरवाही बरतने वाली आंगनवाड़ी और आशा कार्यकत्री के वेतन रोकने के निर्देश दिए।

ग्रामसभा जल्लू में शाम ढलते ही डीएम पहुंचे तो गांव के लोगों की खुशी का ठिकाना न रहा। रात में चौपाल आयोजित की गई जिसमें डीएम ने लोगों की जन समस्याओं को सुना। और तथा संबंधित अधिकारियों को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उठाए गए विभिन्न बिंदुओं पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लोगों द्वारा रात्रि चौपाल में सड़क सुधारीकरण, पेयजल और सिंचाई के लिए टंकी और टैंक निर्माण का कार्य करवाने, पड़ोसी ग्राम पंचायत कपरौली के साथ वन विभाग से संबंधित स्थानीय लोगों को प्राप्त होने वाले परंपरागत हक-हकूक से संबंधित विवाद सुलझाने की मांग, गांव के प्राथमिक स्कूल में विद्युत कनेक्शन प्रदान करने और विद्यालय के भवन का पुनर्निर्माण करवाने, स्थानीय ग्रामीण द्वारा पेंशन सत्यापन की मांग और मोबाइल टावर कनेक्टिविटी में सुधार करने से सम्बंधित समस्याएं जिलाधिकारी से साझा की गई। 

कपरोली गांव के साथ वन संपदा के स्थानीय हक-हकूक विवाद के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी ने वन विभाग के साथ दोनों ग्राम पंचायतों की संयुक्त बैठक आयोजित कर विवाद को सुलझाने और वन विभाग को अपनी भूमि के डिमार्केशन करने के लिए मौके पर सभी दस्तावेज उपलब्ध रखने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने गांव की गर्भवती महिलाओं की जानकारी लेते हुए उनको और बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। महिलाओं ने बताया कि गांव की एक महिला जो प्रथम बार गर्भवती है उनको 3 माह होने के पश्चात भी टीकाकरण की सुविधा और स्वास्थ्य जांच नहीं करवाई गई है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री और एएनएम का स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए उनका वेतन रोकने तथा आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही स्थानीय पटवारी को निर्देशित किया कि आंगनवाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नियमानुसार स्वास्थ्य जांच, काउंसलिंग और टीएचआर (टेक होम राशन) मिलना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed