खुशखबरी: उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुंची, 16 से होगा टीकाकरण
covishield वैक्सीन की पहली खेप पहुंची उत्तराखंड। 113000 वैक्सीन कोल्ड स्टोर भेजा गया। 16 जनवरी से होगा वैक्सीमेशन। सीएम ने जताई खुशी।
देहरादून: कोरोना के खिलाफ एक सबसे बड़ी राहत की खबर है। कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए भारत में बनी वैक्सीन कोविशिल्ड (covishield Vaccine) की पहली खेप उत्तराखंड (Uttarakhand) पहुंच चुकी है। बुधवार को इसे विशेष वाहन से राज्य औषधीय भंडारण देहरादून भेजा जा रहा है, जहां से विभिन्न जनपदों के लिए या व्यक्ति वितरित की जाएगी।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में बनी कोविड-19 की पहली खेप मुंबई से स्पाइसजेट की फ्लाइट से बुधवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. केएस मर्तोलिया ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर यह वैक्सीन प्राप्त की। उन्होंने बताया कि यहां भेजी गई वैक्सीन की संख्या एक लाख 13 हजार है।
वैक्सीन पहुंचने पर सीएम त्रिवेंद्र ने भी खुशी जाहिर की है। सीएम ने कहा कि 16 जनवरी से आरंभ हो रहे कोविड-19 के चरणबद्ध टीकाकरण अभियान के लिए राज्य में वैक्सीन की पहली खेप पहुंच गई है। केंद्र की ओर से प्रदेश को पहली खेप के रूप में 01 लाख 13 हजार वैक्सीन दी गई हैं। प्रथम चरण में 50 हजार हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 की यह वैक्सीन लगाई जानी है। पहली वैक्सीन लगाने के 28वें दिन दूसरा डोज लगाया जाएगा।प्रदेश में देहरादून को स्टेट सेंटर जबकि अल्मोड़ा व पौड़ी को सब-सेंटर बनाया गया है। राज्य सरकार प्रदेशवासियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रतिबद्ध है
उत्तराखंड के साथ साथ देशभर में 16 जनवरी से कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू किया जाना है। इसके लिए सभी राज्यों को वैक्सीन के खेप पहुंचाई जाने लगी हैं। उत्तराखंड में भी पहले चरण में 93 हजार स्वास्थ्यकर्मियों क वैक्सीनेशन होना है। इसके लिए वैक्सीन की पहली खेप आज पहुंच चुकी है। स्वास्थ्यकर्मियों के बाद अगले चरण में करीब 3 लाख पुलिसकर्मियों, सफाई कर्मियों, होमगार्ड के जवानों, राजस्व कर्मियों और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जाने हौं।
वैक्सीनेशन की तैयारियां परखने के लिए राज्य के अस्पतालों में तीन बार ड्राइ रन यानी पूर्वाभ्यास भी किया गया। मंगलवार को 309 स्थानों पर ड्राई रन किया गया। तैयारियों को अंतिम रूप से परखने के लिए 15 जनवरी को 41 स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी, जहां 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू होना है।