2024-04-27

HoFF राजीव भरतरी की कुर्सी पर फिर से संकट, सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर स्टे लगाया

rajiv bhartari hoff

रैबार डेस्क : उत्तराखंड वन विभाग में फॉरेस्ट चीफ को लेकर नया मोड़ आ गया है। हाईकोर्ट के जिस आदेश के बाद राजीव भरतरी 4 अप्रैल को हॉफ के पद पर बैठे थे, सुप्रीम कोर्ट ने उस आदेश पर स्टे लगा दिया है। यानी अब विनोद सिंघस फिर से वन विभाग का मुखिया बनने की रेस में हैं। दरअसल हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ विनोद सिंघल ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी डाली थी, जिस पर सुनववाई करते हुए शीर्ष अदालत ने हाईकोर्ट के फैसले पर स्टे लगा दिया। HoFF Rajiv Bhartari’s chair under threat as Supreme court stays high court order in favour of bhartari

सुप्रीम कोर्ट के स्टे के बाद फॉरेस्ट चीफ राजीव भरतरी के पद पर एक बार फिर संकट खड़ा हो गया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि भरतरी ने पद छोड़ दिया या नहीं।

ये था पूरा मामला

बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में पेड़ों के अवैध पातन और वित्तीय अनियमितताओं के मामले में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने कार्रवाई करते हुए तत्कालीन फॉरेस्ट चीफ राजीव भरतरी को 25 नवंबर 2021 को उनके इस पद से हटा दिया था उनकी जगह आईएफएस अफसर विनोद सिंघल को यह जिम्मेदारी दी गई थी।

अधिकारी राजीव भरतरी ने सरकार को इस संबंध में चार प्रत्यावेदन दिए. लेकिन सरकार ने उनकी काई सुनवाई नहीं की। भरतरी का आऱोप था कि उन्हें राजनीतिक रंजिश के तहत हटाया गया क्योंकि उन्होंने कॉर्बेट की अनियमितताओं पर जांच का साहस दिखाया। भरतरी ने फिर केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) का दरवाजा खटखटाया। कैट के न्यायाधीश ओम प्रकाश की एकलपीठ ने 24 फरवरी को पीसीसीएफ पद से राजीव भरतरी को हटाने के आदेश को निरस्त कर दिया था।

लेकिन सरकार ने कैट का आदेश नहीं माना। सरकार ने इसके खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि महत्वपूर्ण पदों पर अधिकारियों की तैनाती सरकार का विशेषाधिकार है। कैट ने प्रमुख वन संरक्षक पद (हॉफ) पर राजीव भरतरी की नियुक्ति के अपने 24 फरवरी के आदेश को सही ठहराया था और सरकार के तर्क को अस्वीकार करते हुए पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया। लेकिन भरतरी को बहाल नहीं किया गया।

इसके बाद भऱतरी हाईकोर्ट की शरण में गए। 3 अप्रैल 2023 को नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार को आदेश दिया कि तत्काल भऱतरी को हॉफ के पद पर नियुक्ति दे। 4 अप्रैल को नियुक्ति के वक्त भी ड्रामा चलता रहा लेकिन भरतरी ने चार्ज संभाल लिया।

भरतरी के चार्डज संभालने से विनोद सिंघल का ईगो हर्ट हुआ और उन्होंने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ 6 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर कर दी। उसी याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने स्टे लगा दिया है। जिसके बाद अब राजीव भरतरी फॉरेस्ट चीफ बने रहेंगे इस पर प्रश्नचिन्ह लग गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed