अब यमकेश्वर एक्सप्रेस में बैठकर पढ़ेंगे बच्चे! प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मणझूला को मिला ट्रेन का लुक, बच्चों को करेगा आकर्षित
प्राथमिक स्कूल लक्ष्मणझूला को मिला ट्रेन की बोगी का लुक। विधायक और प्रधानाध्यापिका की पहल। बच्चों को आकर्षित करने का प्रयास। स्कूल को दिया यमकेश्वर एक्सप्रेस का नाम।
ऋषिकेश: कोविड काल के बाद जब स्कूल खुलेंगे तो नन्हे मुन्हें बच्चों को लगेगा कि वे स्कूल में नहीं,ट्रेन के डिब्बे में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। यमकेश्वर ब्लॉक का एक प्राइमरी स्कूल इन दिनों अपने अनोखे लुक (School Train look)के लिए चर्चा में है। यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मणझूला (GPS Lakshmanjhula) को ट्रेन के डिब्बे की शक्ल दी गई है। रेलगाड़ी वाला यह विद्यालय बच्चों को भी खूब भा रहा है। इसे यमकेश्वर एक्सप्रेस का नाम दिया गया है।
दरअसल प्राइमरी स्कूल लक्ष्मणझूला का भवन काफी प्राचीन है। लंबे समय से देखरेख न होने के चलते यह जर्जर हो गया था। इसे देखते हुए स्कूल की प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी बड़थ्वाल ने ‘प्रयास एक ‘ सामाजिक संस्था से बात की। संस्था की ओर से क्षेत्रीय विधायक ऋतु खंडूड़ी से भी संपर्क किया गया। विधायक ने स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए विधायक निधि से 4 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की। विधायक ने निर्देश थे कि अभ स्कूल को नया रूप दिया जाए। स्कूल का भवन कुछ अनोखे अंदाज में हो जिससे यहां बच्चों में रुचि जग सके।
इसके बाद स्कूल की प्रधानाचार्या और प्रयास संस्था ने स्कूल को नया रूप देने की ठानी। एख महीने की मेहनत के बाद स्कूल को रेल के डिब्बे की शक्ल दी गई। साफ सफाई के बाद दीवारों पर नीले रंग का पेंट किया गया, बीच में वैसी ही गहरी धारियां, खिड़किया बनाई गई जैसे कि भारतीय रेल के ICF कोच में होती है। स्कूल के एख हिस्से को लाल पेंट से रंगा गया जैसा कि रेल के इंजन का रंग होता है। स्कूल की बाउंड्री वाल और शौचालय आदि को भी दुरुस्त किया गया। विद्यालय में परिवेश को इस तरह ढाला गया है कि बच्चों को खेल-खेल में ही कुछ न कुछ जानने-सीखने को मिले। अब यह स्कूल बहिल्कुल ट्रेन के डिब्बे कीतरह दिखता है। इसे यमकेश्वर एक्सप्रेस नाम दिया गया है। आने वाले दिनों में जब स्कूल खुलेंगे तो बच्चे इसे देखकर बेहद उत्साहित होंगे, उनमें स्कूल आने को लेकर रुचि जगेगी।
यमकेश्वर विधायक रितु खंडूड़ी का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मणझूला को बेहद खूबसूरत स्वरूप दिया गया है। हमारी कोशिश यमकेश्वर ब्लॉक के अन्य विद्यालयों को भी इसी तरह से सजाने-संवारने की है। ताकि, बच्चों में विद्यालय के प्रति सुरुचि जागे और बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार हो सके।