नैनीताल: नाबालिग से दुष्कर्म के विरोध में बाजार बंद, नैनी लेक सूनी, लोगों में आक्रोश जारी, होटलों में कैद हुए पर्यटक

रैबार डेस्क: नैनीताल में बुजुर्ग मुस्लिम ठेकेदार द्वारा नाबालिग से दुष्कर्म की घटना के बाद माहौल गरमाया हुआ है। बुधवार रात जबरदस्त हंगामे के बाद गुरूवार को दूसरे दिन भी स्थानीय लोगों में आक्रोश है। कई संगठनों के साथ जिला कोर्ट के अधिवक्ता भी घटना के विरोध में सड़क पर उतरे और तल्लीताल व मल्लीताल में बाजार बंद कराया। शहर के स्कूल कॉलेज भी बंद कराए जा रहे हैं। इस बीच नैनीताल पहुंचे पर्यटक अपने-अपने होटलों के कमरों में कैद हैं। पर्यटकों के लिए तल्लीताल व्यापार मंडल ने पर्यटकों के लिए लंगर की व्यवस्था की है।
घटना के विरोध में नैनीताल के प्रमुख बाजार बंद हैं। स्कूल व यूनिवर्सिटी कैंपस बंद हैं। गुरुवार को सुबह सैकड़ों लोग कमिश्नरी पहुंचे और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोपी के खिलाफ कठोर कार्यवाही समेत विभिन्न मांगे उठाई गयीं। आक्रोशित भीड़ ने आज भी थाने का घेराव किया और दुष्कर्म के आरोपी को फांसी देने की मांग उठाई। स्थानीय लोगों ने संदिग्ध, बाहरी तत्वों की पहचान करने की मांग उठाई है।
गुस्साए लोगों ने कहा कि उक्त घटना न केवल मानवता को झंकझोर देने वाली है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा, समाजिक समरसता और कानून व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। लोगों का कहना है कि घटना का आरोपी नैनीताल में बिना पुलिस सत्यापन के रह रहा था, जो एक विशेष समुदाय से संबंध रखता है। यह घटना न केवल स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक को उजागर करती है, बल्कि क्षेत्र में बाहरी प्रभावों के बढ़ते खतरे की भी ओर संकेत करती है। उन्होंने नैनीताल क्षेत्र में रह रहे सभी बाहरी लोगों का सत्यापन करने और अभियान चलाने की मांग की है। साथ ही कहा कि यदि जिले में कोई रोहिंग्या, बांग्लादेशी अथवा पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति अवैध रूप से निवासरत हैं, तो उनकी पहचान कर तत्काल देश से बाहर भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थानीय व्यवस्था दोनों सुदृढ़ रह सकें।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने वाले अपराधी के खिलाफ न केवल कठोरतम दंड की कार्रवाई की जाए, बल्कि उसकी संपत्ति को भी तत्काल प्रभाव से ज़ब्त कर लिया जाए, ताकि अपराधियों में एक सख्त संदेश जायेगा