हरक सिंह से हरदा बोले, आपदा में सांप और नेवला भी दोस्त एक साथ आ जाते हैं
रैबार डेस्क: उत्तराखंड की राजनीति में कब कौन किस पर आग उगले और कब कौन किसके लिए पलक पांवड़े बिछाए ये कहना बहुत मुश्किल है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के माफी मांगने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीच चल रही जुबानी जंग लगभग थमती नजर आ रही है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से फोन पर (harish rawat calls harak singh rawat बातचीत करते हुए कहा कि आपदा के समय सांप और नेवला एक साथ आ जाते है, आप तो मेरे भाई है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है।
हरीश रावत आजकल पिछले दिनों आई आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। हरीश रावत ने आज आपदा ग्रस्त क्षेत्र चुकुम गाँव पहुंचकर आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की साथ ही उनकी समस्याओं को सुना। वही, मौके पर हरदा ने सुंदरखाल और चुकुम गांव वासियों को हो रही परेशानी व विस्थापन के संबंध में वन मंत्री हरक सिंह रावत से बातचीत की। साथ ही उनसे अनुरोध किया कि वो भी यहां आकर स्थिति का जायजा लें।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को फोन कर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य से बातचीत करवाई। हरीश रावत ने हरक सिंह रावत से चुकुम और सुंदर खाल गांव को विस्थापित करने को लेकर बात की है। जिसमे दोनो गांव के पुनर्वास की फाइल को धक्का मारने की बात कही है। वहीं, यशपाल आर्य ने भी इस दौरान हरक सिंह रावत से बात की है। यही नही, मौके पर ही हरीश रावत ने इस संबंध में प्रमुख सचिव आनंद वर्धन एवं चीफ कंजरवेटर धकाते से भी वार्ता की।