कांवड़ यात्रा जारी रखने के मूड में सरकार, CM के निर्देश UP, हरियाणा से विचार विमर्श करें
रैबार डेस्क: उत्तराखंड सरकार कांवड़ यात्रा जारी रखने के (kanvad yatra uttarakhand) मूड में दिख रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस सम्बंध में गुरुवार को उच्चाधिकारियों की बैठक ली। सीएम ने निर्देश दिए कि इस बाबत अन्य पड़ोसी राज्यों से विचार विमर्श किया जाय।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व सरकार ने कोविड के दृष्टिगत इस साल भी कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी थी। लेकिन उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार ने कांवड़ यात्रा पर कोई रोक नहीं लगाई है। इससे उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा जारी रखने का दबाव बन गया था। चुनावी साल में भाजपा सरकार करोड़ों शिवभक्तों को नाराज नहीं करना चाहते । इसलिए सीएम धामी भी यात्रा संचालन में रुचि दिखा रहे हैं।
शासन के आला अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में पड़ोसी राज्यों के साथ व्यापक विचार विमर्श कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाय। यानी इसका अर्थ निकाला जाए तो सरकार यात्रा के लिए तैयार है। हालांकि यात्रा का स्वरूप कैसा होगा, कितने लोगों को आने की अनुमति रहेगी, कोविड प्रोटोकॉल का कैसे पालन होगा, इस बारे में सरकार को माथापच्ची करनी होगी।
2020 में भी कोरोना के कारण कांवड़ यात्रा नहीं हो सकी थी। तब उत्तराखंड समेत हरियाणा और यूपी सरकार ने भी कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी थी। इस साल भी पहले सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी थी, लेकिन यूपी और हरियाणा के कदम से राज्य सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार कर रही है। हालांकि की कोविड प्रोटोकॉल के तहत भीड़ को नियंत्रित करना बहुत टेढ़ी खीर साबित होगा। 2019 में हरिद्वार में कांवड़ मेले के दौरान 3.5 करोड़ श्रद्धालु आये थे। इस बार ये आंकड़ा थोड़ा कम भी रहा, तो भी मैनेज करने में बहुत मुश्किलें आएंगी। कुंभ के दौरान टेस्टिंग फर्जीवाड़े से हरिद्वार पर पहले ही दाग लग चुका है। ऐसे में कांवड़ यात्रा में कोविड मैनेजमेंट के लिए सरकार को काफी कसरत करनी होगी।