पर्यटकों से गुलजार होता उत्तराखंड, मसूरी, नैनीताल, ऋषिकेश में सैलानियों की बढ़ी भीड़, बद्री-केदार में भी श्रद्धालुओं का तांता
पर्यटकों से गुलजार हुई देवभूमि, चार धाम यात्रा पर उमड़े श्रद्धालु।
ऋषिकेश में एडवंचर खेलों के प्रति टूरिस्ट में जुनून। नैनीताल मसूरी में भी पर्यटकों का जमावड़ा
रैबार डेस्क: Unlock-5 में पर्यटन क्षेत्र को राहत मिलते ही प्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों (Uttarakhand Tourism) के चेहरे पर मुस्कान लौट रही है। अक्टूबर के पहले हफ्ते से प्रदेश के विभिन्न पर्यटक स्थलों पर सैलानियों (Tourist In Uttarakhand) की भारी भीड़ उमड़ रही है। चार धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। अनलॉक की प्रक्रिया में पर्यटकों को छूट देने से धार्मिक और साहसिक पर्यटन रफ्तार पकड़ने लगा है। आलम ये है कि पिछले चार दिनों में ही 20 हजार से ज्यादा टूरिस्ट उत्तराखंड आए हैं।
अक्टूबर के सुहावने मौसम में ऋषिकेश में एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति पर्यटकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। यहा रिवर राफ्टिंग के लिए शिवपुरी में सैलानियों का जमघट लगने लगा है। ऋषिकेश के निकट शिवपुरी रिवर राफ्टिंग के लिए दुनियाभर में मशहूर है।गंगा की लहरों में अठखेलियों का रोमांच लेने के लिए लोगों मे उत्साह दिख रहा है। गंगा नदी में कौड़ियाला से ऋषिकेश में राम झूला के बीच तक 36 किमी का स्ट्रेच है। जिसमें रिवर राफ्टिंग की जाती है।
ऋषिकेश में बंजी जंपिंग सेंटर भी खोल दिया गया है, यहां आने के लिए भी लोग रुचि दिखा रहे हैं। इसके अलावा, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, एयरो स्पोट्र्स और कैंपिंग गतिविधियां भी पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। अनलॉक की प्रक्रिया में एडवेंचर खेलों को मंजूरी मिलने के बाद 2 से 5 अक्टूबर के बीच ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्र में 20 हजार से ज्यादा टूरिस्ट एडवेंचर खेलो का लुत्फ उठाने आ चुके हैं।
उधर धार्मिक पर्यटन के लिहाज से विश्वप्रसिद्ध चार धामों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। केदारनाथ धाम में दो दिन में उम्मीद से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से यात्रा व्यवस्थाओं में मुश्किलें दिखी। चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने पिछले तीन माह में एक लाख से ज्यादा तीर्थ यात्रियों को पास जारी किए हैं। इसमें 57 हजार तीर्थ यात्री बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन कर चुके हैं।
देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि प्रदेश सरकार के दिशा निर्देश पर चारधाम यात्रा को सुचारु करने के लिए समय-समय पर निर्णय लिए जा रहे हैं। एक जुलाई से अब तक चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करने वाले एक लाख से अधिक यात्रियों को ई-पास जारी किए गए हैं। इनमें 57 हजार यात्री दर्शन कर चुके हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को बनाने के लिए अभी चारधामों में निर्धारित दूरी से दर्शन किए जा रहे हैं।
ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन और त्रिवेणी घाटों पर गंगा आरती में भी पहले जैसी भीड़ उमड़ने लगी है।
केदारनाथ धाम के लिए सोमवार को देवस्थानम बोर्ड की ओर से 1784 ई-पास जारी किए गए थे, लेकिन 2310 श्रद्धालु धाम पहुंच गए। श्रद्धालुओं को परिसर से ही बाबा केदार के दर्शन किए। दूसरी ओर पैदल मार्ग सहित धाम में व्यवस्थाएं नहीं होने से श्रद्धालुओं को चाय-पानी, नाश्ते व भोजन के लिए परेशान होना पड़ा।
कहां कितने श्रद्धालु
धाम संख्या
बदरीनाथ 34211
केदारनाथ 14106
गंगोत्री 7170
यमुनोत्री 1838
उधर प्रदेश के अन्य पर्यटक स्थलों पर वीकएंड पर भारी भीड़ उमड़ रही है। मसूरी और केंपटी फॉल में लगातार पर्टयटकों का जमावड़ा बढ़ रहा है। पिछले रविवार को जबरदस्त भीड़ य़हा देखने को मिली। नैनीताल में भी नैनी झील में बोटिंग का आनंद लेने देशभर से सैलानी पहुंचने लगे हैं।
पर्यटकों की भीड़ उमड़ने से होटल और पर्यटन कारोबारियों को राहत की सांस मिली है। कोरोना के कारण ठप पड़े व्यापार को थोड़ी सी गति मिलने लगी है।
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